दिल्ली-एनसीआर में पॉल्यूशन में कमी:
नई दिल्ली, 12 जनवरी।
दिल्ली-एनसीआर में हाल की बूंदाबांदी और बारिश ने वायु प्रदूषण की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार किया है। प्रदूषण के कम होने से दिल्ली और आसपास के इलाकों में रहने वाले परिवारों ने राहत की सांस ली है। जहां सुप्रीम कोर्ट लगातार बढ़ते पॉल्यूशन पर केंद्र और राज्य सरकारों को सख्त निर्देश दे रहा था, वहीं इस बारिश ने सभी को राहत पहुंचाई है।
बारिश के बाद राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में सुधार देखने को मिला है। लंबे समय से बढ़ते प्रदूषण के कारण जनजीवन प्रभावित था। सरकार द्वारा लगाए गए कड़े प्रतिबंध, जैसे जनरेटरों और निर्माण कार्यों पर रोक, अब धीरे-धीरे हटाए जाने की संभावना है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के कारण निर्माण और औद्योगिक गतिविधियां ठप पड़ी थीं। लेकिन बारिश से प्रदूषण स्तर कम होने के बाद अब इन कार्यों को दोबारा शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है। कई उद्योग, जिन पर पाबंदियां थीं, अब पूरी क्षमता के साथ संचालित हो सकेंगे।
दिल्ली में प्रदूषण के चलते जिन वाहनों की आवाजाही पर रोक थी, अब वह भी हटा दी गई है। लोग बिना किसी पाबंदी के अपने वाहनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे परिवहन और आर्थिक गतिविधियों में सुधार की उम्मीद है।
हालांकि प्रदूषण नियंत्रण विभाग और दिल्ली-हरियाणा सरकार अब भी सतर्क हैं। ऐसे उद्योगों और गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है जो भारी मात्रा में प्रदूषण फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि प्रदूषण का स्तर नियंत्रण में रहे।
लगातार बढ़ते प्रदूषण से जहां दिल्ली-एनसीआर के लोगों का जीवन कठिन हो गया था, वहीं अब बारिश से साफ हुई हवा ने लोगों को राहत पहुंचाई है। परिवार पार्कों और बाजारों में घूमते नजर आ रहे हैं, और दैनिक जीवन पटरी पर लौटने लगा है।
बारिश ने दिल्ली-एनसीआर को न केवल साफ हवा दी, बल्कि जीवन में एक नई ऊर्जा भी भरी है। अब उद्योग, निर्माण, और परिवहन दोबारा शुरू हो सकेंगे, जिससे आर्थिक और सामाजिक गतिविधियां भी सामान्य हो पाएंगी। सरकार और प्रदूषण विभाग की सतर्कता के साथ उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह सुधार बरकरार रहेगा।
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