झूठे वादे करके गुमराह किया और नशे के जाल में फंसा दिया।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: बड़े नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
नई दिल्ली, 13 जनवरी 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने शीर्ष नेताओं को चुनाव प्रचार में उतार दिया है। इस बार का चुनाव केवल पार्टी के मुद्दों का नहीं, बल्कि बड़े नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप का मैदान बन गया है।
भाजपा का मोर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पूरी तरह चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आम आदमी पार्टी (आप) पर तीखा हमला करते हुए कहा,
“दिल्ली की भोली-भाली जनता को आम आदमी पार्टी ने झूठे वादे करके गुमराह किया और नशे के जाल में फंसा दिया। भारतीय जनता पार्टी देशहित में काम करती है, और अब दिल्ली को ऐसे झूठे नेताओं से बचाना होगा।”
अमित शाह ने भी आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,
“दिल्ली सरकार ने जनता को झूठे वादों और योजनाओं के अंधेरे में रखा। इनके नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और जनता को धोखा देने का काम कर रहे हैं। दिल्ली की जनता अब समझ चुकी है कि झूठे वादों का समय खत्म हो गया है।”
अमित शाह ने कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जनता पिछले 15 साल से कांग्रेस को घर बैठा चुकी है और अब उनके झूठे दावों को कोई नहीं सुनेगा।
कांग्रेस का पलटवार
दिल्ली की जनता के खिलाफ काम कर रही हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी चुनाव प्रचार में सक्रिय हैं। राहुल गांधी ने कहा,
“बीजेपी और आप दोनों ही पार्टियां दिल्ली की जनता के खिलाफ काम कर रही हैं। एक ओर भ्रष्टाचार है, तो दूसरी ओर सत्ता के लिए झूठे वादे।”
प्रियंका गांधी ने चुनावी सभाओं में कहा कि कांग्रेस ने हमेशा दिल्ली के विकास के लिए काम किया है और जनता इस बार सच्चाई का साथ देगी।
आम आदमी पार्टी की मजबूती
हमारी पार्टी को तोड़ने और विधायकों को खरीदने की कोशिश की।
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा,
“प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी ने हमारी पार्टी को तोड़ने और विधायकों को खरीदने की कोशिश की। हमारे नेताओं को झूठे मामलों में जेल भेजा गया, लेकिन हमारी पार्टी और कार्यकर्ता अडिग रहे।”
आप नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी आम आदमी पार्टी को खत्म करने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा,
“प्रधानमंत्री और गृहमंत्री हमारे नेताओं को डराने और जेल भेजने का षड्यंत्र रच रहे हैं, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के लिए काम करती रही है और करती रहेगी।”
मनीष सिसोदिया ने भी बीजेपी पर हमला करते हुए कहा,
“दिल्ली की जनता देख रही है कि कैसे केंद्र सरकार हमारी सरकार को खत्म करने की साजिश रच रही है। लेकिन इस बार भी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी।”
चुनाव का माहौल
बल्कि सियासी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप के बीच लड़ा जा रहा है।
इस बार का चुनाव सिर्फ विकास और वादों का नहीं है, बल्कि सियासी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप के बीच लड़ा जा रहा है। दिल्ली की जनता के लिए यह चुनाव यह तय करेगा कि वे वर्तमान सरकार के साथ रहना चाहते हैं या नए नेतृत्व का चयन करेंगे।
दिल्ली की जनता की भूमिका
दिल्ली की जनता के फैसले पर सभी की निगाहें टिकी हैं। आम आदमी पार्टी जहां अपनी पांचवीं बार सरकार बनाने का दावा कर रही है, वहीं भाजपा और कांग्रेस नए सिरे से जनता का भरोसा जीतने की कोशिश कर रहे हैं। चुनाव परिणाम 5 फरवरी को आएंगे, जो यह तय करेंगे कि दिल्ली की सत्ता पर कौन काबिज होगा।