
गुरुग्राम में गैंगवार बढ़ी,
गुरुग्राम, 15 जनवरी 2025 – गुरुग्राम में इन दिनों गैंगवार का खौफ बढ़ता जा रहा है। दिनदहाड़े सरेआम गोलियां चलाने वाले गैंगस्टर अब पुलिस प्रशासन के सामने भी बेशर्म हो गए हैं। पुलिस को इस गंभीर स्थिति का सामना करने में कोई खास कदम नहीं उठाते हुए देखा जा रहा है, जिससे गैंगस्टरों के हौसले और बढ़ रहे हैं। हालात यह हो गए हैं कि वे बिना किसी डर के शहर के विभिन्न हिस्सों में हिंसा फैलाते जा रहे हैं, और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है।
पालम विहार में गैंगस्टरों की गोलियों की बौछार
गुरुग्राम के पालम विहार इलाके में हाल ही में एक गैंगवार हुई, जिसमें सरेआम गोलियां चलाकर शहर में दहशत फैलाने का प्रयास किया गया। स्थानीय लोग इस समय भयभीत हैं और गैंगस्टरों के लगातार खौफ से जूझ रहे हैं। उद्योगपतियों और अन्य व्यापारियों को भी गैंगस्टरों से धमकियाँ मिल रही हैं, जिससे वे डर के साए में अपना कारोबार चला रहे हैं। अवैध कब्जे और धमकी देने वाले गैंगस्टरों के खिलाफ पुलिस प्रशासन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया है।
पुलिस प्रशासन की कमजोरी और गैंगस्टरों के बढ़ते हौसले
गैंगस्टरों के हौसले इस कदर बढ़ गए हैं कि अब वे जेल से बाहर अपने गुर्गों के जरिए धमकी दिलवाने और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिलवाने लगे हैं। जेल में भी उन्हें संरक्षण मिलता है, और इस संरक्षण का फायदा उठाकर वे बाहर के गैंगस्टरों को निर्देश देते हैं। इस स्थिति में पुलिस के कुछ अधिकारी और कर्मचारी भी इन गैंगस्टरों के साथ मिलीभगत में शामिल हो सकते हैं, जिससे गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने में कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा।
कौशल गैंग की दहशत
गुरुग्राम में सबसे अधिक दहशत फैलाने वाला गैंग कौशल गैंग है। इस गैंग के सदस्य खुलेआम गोलियां चलाने से भी नहीं कतराते और गुरुग्राम के सेक्टर 34, 35 जैसे इलाकों में कई अवैध कब्जे किए हुए हैं। इन गैंगस्टरों के प्रभाव से शहर में उद्योगपति भी घबराए हुए हैं, क्योंकि कभी भी किसी के यहां गोली चल सकती है या कोई अप्रत्याशित घटना घट सकती है। अब कई उद्योगपति और कारोबारी गैंगस्टरों के प्रभाव में आकर उनका दबाव सहने लगे हैं।
गैंगस्टरों का बढ़ता प्रभाव
गुरुग्राम में अब अधिकांश कारोबार गैंगस्टरों के पास जा रहा है। सरकारी ठेके लेने वाले भी अक्सर गैंगस्टरों के शरण में जा पहुंचते हैं, क्योंकि उन्हें अपने कारोबार और परिवार की सुरक्षा का डर होता है। ये गैंगस्टर किसी भी वक्त अपने शिकार को धमकी दे सकते हैं और उनसे फिरौती भी वसूल सकते हैं।
जेल से गैंगस्टरों को मिलता है संरक्षण
गैंगस्टरों के जेल में बैठे होने के बावजूद उनकी गतिविधियां जारी रहती हैं, और उन्हें राजनीतिक संरक्षण भी मिलता है। कई गैंगस्टर किसी न किसी राजनेता के संपर्क में होते हैं, जो उन्हें जेल में भी संरक्षण दिलवाते हैं। इसके बदले में जेल अधिकारियों को मोटी रकम मिलती है, और इस संरक्षण का फायदा उठाकर गैंगस्टर अपनी दादागिरी जारी रखते हैं।
गुरुग्राम में आम लोग भी भयभीत
गुरुग्राम का पुलिस प्रशासन गैंगस्टरों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रहा है, जिससे आम लोग, खासकर उद्योगपति और व्यापारी, भयभीत हैं। कभी किसी का अपहरण, फिरौती, या फिर किसी की भूमि पर कब्जा जैसी घटनाएं घटती रहती हैं, लेकिन प्रशासन इन घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने में नाकाम रहता है। इसके चलते गुरुग्राम का माहौल दिन-प्रतिदिन और भी असुरक्षित होता जा रहा है।
इस स्थिति में यदि प्रशासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की और गैंगस्टरों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान नहीं किया, तो गुरुग्राम में कानून-व्यवस्था की स्थिति और भी बिगड़ सकती है।