
चंडीगढ़, 20 जनवरी: हरियाणा के पूर्व मंत्री और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के वरिष्ठ नेता कृपाराम पूनिया का निधन हो गया है। रविवार शाम पंचकुला में उन्होंने अंतिम सांस ली। सोमवार दोपहर को उनका अंतिम संस्कार चंडीगढ़ में किया गया। कृपाराम पूनिया 89 वर्ष के थे और जेजेपी के उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। वे चौधरी देवीलाल सरकार में उद्योग मंत्री रह चुके थे। उनके निधन से जेजेपी और राज्य की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है।
जेजेपी नेताओं का शोक संदेश:
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कृपाराम पूनिया के निधन पर शोक व्यक्त किया। जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि “कृपाराम पूनिया के निधन से हम सभी को गहरा दुख हुआ है। उन्होंने गरीब, किसान और कमेरे वर्ग के लिए ताउम्र काम किया। वे एक जमीन से जुड़े और कर्मठ नेता थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।”
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “कृपाराम पूनिया का योगदान राजनीति और समाज के क्षेत्र में अद्वितीय था। उनके योगदान से हम सभी को प्रेरणा मिलती रहेगी। उनके जाने से राजनीति और समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।”
कृपाराम पूनिया का जीवन और करियर:
रोहतक जिले में जन्मे कृपाराम पूनिया बेहद संघर्ष के साथ 1964 बैच के आईएएस अधिकारी बने और हरियाणा के पहले आईएएस अधिकारी थे। 1986 में जननायक चौधरी देवीलाल ने उन्हें राजनीति में लाया और उन्होंने बरोदा विधानसभा क्षेत्र से अपना पहला चुनाव लड़ा। इस चुनाव में वे हरियाणा में सबसे अधिक वोटों से विजयी हुए थे।
चौधरी देवीलाल ने उन्हें अपनी कैबिनेट में उद्योग मंत्री बनाया, जहां उन्होंने कई नई औद्योगिक नीतियों को लागू किया। उनके योगदान के कारण वे राज्य के महत्वपूर्ण नेताओं में से एक माने जाते थे।
परिवार और राजनीतिक उत्तराधिकारी:
कृपाराम पूनिया की पुत्रवधू डॉ. किरण पूनिया भी राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय हैं। डॉ. किरण पूनिया जेजेपी प्रदेश सचिव और प्रचार समिति सदस्य हैं। वे आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में अंबाला से जेजेपी की उम्मीदवार भी थीं।
कृपाराम पूनिया के निधन से हरियाणा में एक युग का समापन हुआ है, और उनकी विचारधारा और कार्यक्षेत्र हमेशा याद किए जाएंगे।