मुंबई 28 जनवरी – कांदिवली वेस्ट में स्थित एक कॉलेज को सोमवार को ई-मेल के जरिए बम की धमकी मिली है। पुलिस ने कहा कि जानकारी मिलते ही एक टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच की जा रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, ईमेल कॉलेज की आधिकारिक
ईमेल-आईडी पर भेजा गया था। फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है और इस संबंध में अन्य कोई जानकारी इस समय नहीं मिल पाई है।
वहीं कर्नाटक के भी 4 स्कूलों को बम की धमकी वाला ईमेल मिला है। ईमेल में लिखा है कि परिसर में विस्फोटक सामान रखा हुआ है। ये स्कूल उडुपी और दक्षिण कन्नड़ जिले में स्थित हैं।
नहीं मिला कुछ भी संदिग्ध
कर्नाटक मामले में पुलिस ने कहा कि इन स्कूलों के परिसर में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पुलिस के अनुसार, ‘ मौके पर टीमें भेजी गईं और बम निरोधक दस्तों की मदद से व्यापक अभियान चलाया गया। जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।’
अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधन से सतर्क रहने और किसी भी असामान्य गतिविधि या संचार की सूचना बिना देरी के पुलिस को देने का आग्रह किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘धमकी भरे ईमेल के संबंध में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं और धमकियों के सोर्स की पहचान करने के लिए विस्तृत जांच चल रही है।’
पहले स्कूल को मिली थी धमकी
बता दें कि गुरुवार को मुंबई के जोगेश्वरी-ओशिवारा इलाके में स्थित एक स्कूल को भी बम की धमकी मिली थी। इस धमरी भरे ईमेल के बाद इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम मौके पर पहुंची।
मुंबई पुलिस के अनुसार, छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विस्फोटक का पता लगाने वाली टीम के साथ लोकल लॉ इन्फोर्समेंट को स्कूल में गहन जांच शुरू करने के लिए भेजा गया।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले हफ्ते दिल्ली पुलिस ने ईमेल के जरिए 400 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले मामले का खुलासा किया था और इस मामले में एक नाबालिग को गिरफ्तार किया गया था।
स्कूल का छात्र था आरोपी
पुलिस की कार्रवाई के बाद, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि सामाजिक सद्भाव और राष्ट्र की प्रगति को अस्थिर करना भ्रष्ट दिमाग का काम है। गोयल ने संवाददाताओं से कहा था कि हमें भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसी विभाजनकारी ताकतों से सावधान रहना होगा और हमें उनसे पूरी ताकत से लड़ना होगा।’
आरोपी सरकारी स्कूल में पढ़ने वाला छात्र था। दक्षिण जिला पुलिस के साइबर सेल द्वारा गहन तकनीकी जांच के बाद उसकी पहचान हो पाई और उसे पकड़ लिया गया था। पुलिस ने आरोपी के पास से एक लैपटॉप और दो मोबाइल फोन बरामद किए, जिनकी फोरेंसिक जांच की गई।
डिजिटल साक्ष्य से पता चला कि आरोपी दिल्ली के कई स्कूलों को धमकी भरे ईमेल भेजने में शामिल था। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए गुमनाम और एन्क्रिप्टेड ईमेल सेवाओं का इस्तेमाल किया, लेकिन अंत में तकनीक की ही मदद से उसे पकड़ा गया।
आरोपी ने कबूला था जुर्म
पुलिस ने कहा कि बरामद डिजिटल उपकरणों और आरोपी के कबूलनामे के आगे के एनालिसिस पर यह स्थापित हुआ कि अब तक वह दिल्ली के 400 से अधिक स्कूलों को भेजे गए इसी तरह के धमकी भरे ईमेल के कई पिछले मामलों में शामिल था।
बता दें कि 8 जनवरी, 2025 को, दिल्ली के लगभग 23 स्कूलों को उनके परिसर में बम रखे जाने की चेतावनी वाले धमकी भरे ईमेल मिले, जिससे दहशत फैल गई थी। स्कूलों को बंद करा दिया गया था और शैक्षणिक गतिविधियां बाधित हुई थीं।