तुरंत तबादला
अंबाला, 31 जनवरी: हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज की नाराजगी का असर अब प्रशासनिक स्तर पर साफ दिखाई देने लगा है। विज ने हाल ही में अधिकारियों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि “कोई भी अधिकारी या मंत्री उनकी नहीं सुनता”, जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा। राजनीतिक हलकों में इस बयान को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं और विपक्षी नेताओं ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।
चित्रा सरवारा का तंज – ‘सरकार नाकाम है’
अनिल विज के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए हरियाणा की नेता चित्रा सरवारा ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा,
“अनिल विज का एक बयान पूरी सरकार की पोल खोलने के लिए काफी था। इससे साबित होता है कि न केवल अनिल विज, बल्कि पूरी सरकार प्रशासन पर नियंत्रण खो चुकी है। अगर एक कैबिनेट मंत्री को काम करवाने के लिए धरने पर बैठने की बात करनी पड़ रही है, तो आम जनता का क्या हाल होगा?”
सरवारा के इस बयान के बाद राजनीतिक बहस और तेज हो गई है।
मामले ने पकड़ा तूल – बढ़ा राजनीतिक बवाल
अनिल विज के इस बयान के बाद हरियाणा की राजनीति गरमा गई। सरकार और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनने लगी, और विज के बयान को लेकर सत्ताधारी दल के अंदर भी असंतोष के सुर उठने लगे।
इस पूरे विवाद के बीच, विज अपने रुख पर कायम हैं। उनका कहना है कि “मैं जनता की समस्याओं को लेकर सरकार और प्रशासन से जवाब मांगता रहूंगा, चाहे इसके लिए मुझे किसी भी स्तर तक जाना पड़े।”
अंबाला DC का तुरंत तबादला – प्रशासन में मचा हड़कंप
विज के बयान के कुछ ही घंटों के भीतर अंबाला के डिप्टी कमिश्नर (DC) का तबादला कर दिया गया, जिससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सरकार के इस फैसले के बाद अन्य जिलों के अधिकारियों में भी भय का माहौल बन गया है, क्योंकि अब यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है।
सूत्रों के मुताबिक, अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले की भी संभावना जताई जा रही है, जिससे हरियाणा की नौकरशाही में भारी हलचल देखी जा रही है।
आगे क्या?
अब सवाल यह उठ रहा है कि अनिल विज की चेतावनी के बाद क्या और अधिकारियों पर गाज गिरेगी?
- क्या हरियाणा में प्रशासन और मंत्रियों के बीच तनाव और बढ़ेगा?
- क्या मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कोई ठोस कदम उठाएंगे?
बहरहाल, इस पूरे घटनाक्रम के बाद हरियाणा में सियासी और प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है, और सभी की नजर सरकार के अगले कदम पर टिकी हुई है।