
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें, कई घायल
नई दिल्ली, 5 फरवरी: दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान प्रक्रिया में कई स्थानों पर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें देखने को मिलीं, जिससे कई महिलाएं और युवा घायल हो गए। दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रही हैं।
आम आदमी पार्टी और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष
दिल्ली के विभिन्न मतदान केंद्रों पर AAP और BJP कार्यकर्ता एक-दूसरे से भिड़ते हुए नजर आए। कई क्षेत्रों में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहा। आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि भाजपा के कार्यकर्ता AAP के वोटरों को धमकाकर उन्हें मतदान करने से रोक रहे हैं, जबकि भाजपा ने AAP कार्यकर्ताओं पर बूथों में घुसकर फर्जी वोट डालने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
AAP के नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने अपनी ओर से बाउंसर भेजे हैं, जो उनके कार्यकर्ताओं से मारपीट कर रहे हैं। वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने AAP कार्यकर्ताओं पर बूथों में गड़बड़ी फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि वे जबरन फर्जी मतदान करवा रहे हैं। इस स्थिति ने चुनावी माहौल को और भी तनावपूर्ण बना दिया।
मनीष सिसोदिया और संजय सिंह पर हमला, विरोध के नारे
इसी बीच, AAP के वरिष्ठ नेताओं मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को दिल्ली में एक मतदान केंद्र पर भारी विरोध का सामना करना पड़ा। जब दोनों नेता मतदान के लिए पहुंचे, तो उनके खिलाफ BJP समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की।
कार्यकर्ताओं ने “मोदी-मोदी” और “केजरीवाल चोर है” जैसे विरोधी नारे लगाए। इस दौरान सिसोदिया और संजय सिंह को प्रदर्शनकारियों के बीच फंसने के बाद कड़ी सुरक्षा में बाहर निकाला गया।
कड़ी सुरक्षा के बावजूद हंगामा
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद, कई मतदान केंद्रों पर नारेबाजी और झड़पों का दौर चलता रहा। दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे के कार्यकर्ताओं पर हमले करने और चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के आरोप लगाए। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करते हुए हालात को नियंत्रित करने की कोशिश की।
वोटिंग प्रतिशत
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 4:00 बजे तक दिल्ली में कुल 60% मतदान हुआ।
मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत 65% तक दर्ज किया गया।
वह चुनावी प्रक्रिया के लिए चिंता का विषय है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान के दौरान जो हिंसा और आरोप-प्रत्यारोप का माहौल बना, वह चुनावी प्रक्रिया के लिए चिंता का विषय है। हालांकि, सुरक्षा बलों की तैनाती और कड़ी निगरानी के बावजूद, दोनों पार्टियों के बीच की इस टकराव ने चुनावी माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। अब यह देखना होगा कि चुनाव परिणामों के बाद इन विवादों पर क्या प्रतिक्रिया होती है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में दोनों प्रमुख दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर और हिंसक घटनाओं ने चुनावी माहौल को गर्म कर दिया है, जिससे चुनाव आयोग और सुरक्षा बलों के लिए स्थिति को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण बन गया है।