
10 मई तक निर्माण पूरा करने के निर्देश
- मेमोरियल टॉवर की लिफ्ट बंद मिलने पर एक्सईएन को दी सख्त चेतावनी
- म्यूजियम का निरीक्षण कर बोले विज – “अंदर जाकर 1857 की लड़ाई का अनुभव हुआ”**
अम्बाला, 6 फरवरी: हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने को अम्बाला छावनी में बन रहे 1857 के शहीद स्मारक का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस स्मारक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करें, इसके लिए वह उनसे समय मांगेंगे। उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री उद्घाटन के लिए समय जरूर देंगे।
मंत्री विज ने अधिकारियों को स्मारक का निर्माण हर हाल में 10 मई तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह एशिया का सबसे बड़ा स्वतंत्रता संग्राम स्मारक होगा, जहां 1857 की क्रांति के अनसंग हीरोज की यादों को संजोया जाएगा।
मंत्री अनिल विज ने म्यूजियम और आर्ट वर्क का बारीकी से निरीक्षण किया और वहां बनाए गए कलाकारों के कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा,
“मैं अंदर गया तो ऐसा लगा कि मैं 2025 में नहीं, बल्कि 1857 के दौर में हूं। यहां हर चीज स्वतंत्रता संग्राम के समय की सजीव अनुभूति कराती है।”
इस स्मारक में 1857 की क्रांति से जुड़े महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाक्रमों को दर्शाया जाएगा।
- मेरठ की जेल, दिल्ली का कश्मीरी गेट, बिठूर घाट पर नाना साहब की घोषणा, झांसी का किला और हरियाणा के स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा।
- भूमिगत सुरंग, जहां राव तुला राम ने अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध लड़ा था, को भी दर्शाया गया है।
- श्रद्धांजलि गैलरी, जिसमें आगंतुक स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दे सकेंगे।
- शून्य गैलरी, जिसमें उन पेड़ों की प्रतिकृति है, जहां अंग्रेजों ने भारतीय सैनिकों को फांसी पर चढ़ाया था।
मेमोरियल टॉवर की लिफ्ट बंद मिलने पर एक्सईएन को चेतावनी – “10 दिन में ठीक करो, वरना सस्पेंड”
निरीक्षण के दौरान मंत्री विज ने मेमोरियल टॉवर की लिफ्ट चालू न होने पर एक्सईएन नवीन राठी को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा,
“अगर 10 दिन में लिफ्ट शुरू नहीं हुई तो 11वें दिन आप सस्पेंड होंगे। मैं खुद 11वें दिन आकर लिफ्ट से ऊपर जाऊंगा।”
स्मारक में दो विशाल लिफ्ट लगाई गई हैं, लेकिन अभी तक इन्हें चालू नहीं किया गया, जिससे विज खासे नाराज हुए।
“अम्बाला छावनी से ही भड़की थी स्वतंत्रता संग्राम की पहली चिंगारी”
मंत्री विज ने कहा कि 1857 की क्रांति की पहली चिंगारी मेरठ से पहले, 10 मई की सुबह 9 बजे अम्बाला छावनी में भड़की थी।
उन्होंने कहा कि इस स्मारक में स्वतंत्रता संग्राम के अनसंग हीरोज की गाथाओं को संजोया जा रहा है। इसमें अंग्रेजों द्वारा किए गए क्रूरतम अत्याचारों को भी प्रदर्शित किया जाएगा, जैसे –
- कैसे भारतीय सैनिकों को पेड़ों से बांधकर मारा गया।
- कैसे अंग्रेजों ने भारतीयों को तोपों के आगे बांधकर गोली मारी।
- कैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी कुर्बानियां दीं।
झील, ऑडिटोरियम और हेलीपैड भी होगा स्मारक में
मंत्री अनिल विज ने बताया कि शहीद स्मारक में सुंदर झील, 2000 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम और ओपन थियेटर भी बनाया जा रहा है। यहां हर दिन लाइट एंड साउंड शो का आयोजन होगा, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम की घटनाओं को दिखाया जाएगा।
साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित दौरे को ध्यान में रखते हुए हेलीपैड भी तैयार किया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह में कौन-कौन शामिल होगा?
शहीद स्मारक के भव्य उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री अनिल विज, भारतीय सेना के अधिकारी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हो सकते हैं।
निरीक्षण के दौरान ये अधिकारी और नेता रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान मंत्री अनिल विज के साथ भाजपा नेता मोहित कौशिक, रवि बुद्धिराजा, हर्ष बिंद्रा, प्रमोद लक्की, श्याम सुंदर अरोड़ा, दीपक भसीन, अनुज यादव सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
1857 की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की याद में बन रहा अम्बाला छावनी शहीद स्मारक भारत का सबसे बड़ा स्वतंत्रता संग्राम स्मारक होगा। मंत्री अनिल विज ने इसे 10 मई तक जनता को समर्पित करने का निर्देश दिया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उद्घाटन के लिए समय मांगने की बात कही है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या स्मारक तय समय पर तैयार होगा और क्या प्रधानमंत्री उद्घाटन के लिए समय देंगे?