नई दिल्ली 9 फरवरी – दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (AAP) को भारी हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सोमवार को राजभवन जाकर उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को अपने इस्तीफे की आधिकारिक प्रति सौंपी। इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद दिल्ली की सियासत में हलचल मच गई है।
AAP की हार के बाद इस्तीफा क्यों?
आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिली है। पार्टी सत्ता से बाहर हो गई है, और भाजपा को बहुमत मिल चुका है। ऐसे में आतिशी के इस्तीफे को औपचारिक प्रक्रिया माना जा रहा है। हाल के दिनों में AAP के खिलाफ कई बड़े मुद्दे उभरकर सामने आए थे, जिनमें भ्रष्टाचार के आरोपों से लेकर राजनीतिक रणनीति की कमजोरियों तक की चर्चा थी।
राजभवन से बाहर आकर क्या बोलीं आतिशी?
राजभवन से निकलने के बाद मीडिया से बातचीत में आतिशी ने कहा, “दिल्ली की जनता का जो जनादेश आया है, हम उसका सम्मान करते हैं। मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुकी हूं। AAP हमेशा जनता के लिए काम करती रहेगी, और हम अपनी गलतियों की समीक्षा करेंगे।”
दिल्ली को जल्द मिलेगा नया मुख्यमंत्री
भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद अब सभी की नजरें नए मुख्यमंत्री के नाम पर टिकी हैं। भाजपा का अगला कदम क्या होगा, इसका ऐलान जल्द ही किया जा सकता है। वहीं, आम आदमी पार्टी के भविष्य को लेकर भी राजनीतिक विशेषज्ञ अपनी राय दे रहे हैं।
भाजपा और कांग्रेस ने साधा निशाना
भाजपा नेताओं ने AAP की हार को “जनता का फैसला” बताया है और कहा है कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल सरकार की नीतियों को पूरी तरह नकार दिया। कांग्रेस ने भी आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि “AAP का झूठ अब बेनकाब हो चुका है।”
दिल्ली में यह चुनाव परिणाम बड़ा राजनीतिक बदलाव लेकर आया है। अब देखना होगा कि भाजपा की नई सरकार किन योजनाओं के साथ दिल्ली को आगे बढ़ाने का वादा करती है।