दिल्ली 11 फरवरी – भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर की सफेद गेंद वाली क्रिकेट में अपनाई जा रही अत्यधिक लचीली नीति पर चिंता जताई है। उन्होंने टीम में हो रहे लगातार प्रयोगों और बदलावों को लेकर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि यह खिलाड़ियों में असुरक्षा की भावना पैदा कर सकते हैं और उनके आत्मविश्वास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
बार-बार बदलाव से खिलाड़ियों पर असर
गौतम गंभीर के मुख्य कोच बनने के बाद भारतीय टीम में लगातार बदलाव देखे जा रहे हैं। प्लेइंग इलेवन में प्रयोगों की संख्या बढ़ गई है, जिससे कुछ खिलाड़ियों की स्थिरता और आत्मविश्वास प्रभावित हो सकता है। जहीर खान ने इस पर चेतावनी देते हुए कहा कि एक टीम में संरचना और निरंतरता बनाए रखना जरूरी है, ताकि खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।
लचीलापन जरूरी, लेकिन स्थिरता भी उतनी ही अहम
पूर्व क्रिकेटर ने स्वीकार किया कि लचीलापन किसी भी टीम के लिए महत्वपूर्ण होता है, लेकिन उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि टीम को स्थिरता और स्पष्ट दिशा-निर्देशों की जरूरत होती है। यदि टीम प्रबंधन बार-बार खिलाड़ियों को बदलता रहेगा, तो इससे उनका आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है और वे अपने स्थान को लेकर असुरक्षित महसूस करने लगेंगे।
खिलाड़ियों के मानसिक पहलू को समझने की जरूरत
जहीर खान का मानना है कि चयन प्रक्रिया और टीम प्रबंधन में स्पष्ट संवाद और पारदर्शिता होनी चाहिए। इससे खिलाड़ी बेहतर मानसिकता के साथ मैदान पर उतर सकते हैं। अगर किसी खिलाड़ी को लगातार बाहर बैठना पड़ता है या उसे पर्याप्त मौके नहीं मिलते, तो इससे उसका मनोबल गिर सकता है और उसका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है।
गंभीर के कोच बनने के बाद बढ़े प्रयोग
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद टीम इंडिया में कई नए खिलाड़ियों को मौका दिया गया है, लेकिन प्लेइंग इलेवन में लगातार बदलाव देखने को मिले हैं। कई युवा खिलाड़ियों को परखा जा रहा है, जो भविष्य के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है, लेकिन टीम की स्थिरता और संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है।
जहीर का सुझाव – संतुलन जरूरी
जहीर खान ने सुझाव दिया कि खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति और प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए टीम प्रबंधन को एक स्थिर कोर टीम बनाने पर ध्यान देना चाहिए। इससे खिलाड़ी अपने खेल पर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर सकेंगे और टीम इंडिया का प्रदर्शन निरंतरता के साथ आगे बढ़ सकेगा।
भारतीय क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों को मौके देना और नए संयोजन को आजमाना जरूरी है, लेकिन टीम की स्थिरता और खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बनाए रखना भी उतना ही आवश्यक है। जहीर खान की यह चेतावनी टीम इंडिया के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश हो सकता है, जिससे आगे चलकर संतुलित चयन प्रक्रिया अपनाई जा सके और खिलाड़ियों को अपने खेल में सुधार करने के लिए पर्याप्त समय और अवसर मिल सके।