चंडीगढ़, 12 फरवरी-हरियाणा विधानसभा का आगामी सत्र 7 मार्च से शुरू होगा। यह सत्र राज्यपाल के अभिभाषण से प्रारंभ होगा, जिसमें राज्य की वर्तमान स्थिति, सरकार की नीतियों, योजनाओं और आगामी कार्यों पर चर्चा की जाएगी। राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार द्वारा किए गए कार्यों के साथ-साथ भविष्य में किए जाने वाले विकास कार्यों का खाका पेश किया जाएगा।
सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण–
इस सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी, जिसके बाद विधानसभा में बजट और अन्य विधायी कार्यों पर चर्चा की जाएगी। राज्यपाल के अभिभाषण में राज्य के विकास के लिए सरकार की योजनाओं, नए कानूनों और बजट प्रस्तावों पर चर्चा की संभावना है। यह सत्र राज्य सरकार के लिए महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इसमें राज्य के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जैसे कानून-व्यवस्था, स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, उद्योग, और अन्य महत्वपूर्ण मामले।
वित्तीय बजट को पास करने का समय है–
इस सत्र में विपक्षी दल भी सरकार से सवाल करेंगे और अपनी राय रखेंगे, खासकर राज्य के विकास, महंगाई, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों पर। विधानसभा में इस बार बजट सत्र पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा, क्योंकि यह अगले वर्ष के वित्तीय बजट को पास करने का समय है।
सत्र के दौरान राज्य सरकार अपनी प्राथमिकताओं के अनुरूप कई योजनाओं को प्रस्तुत कर सकती है। विपक्षी दलों के सदस्य भी इन योजनाओं की समीक्षा करेंगे और जरूरत के हिसाब से सुधार की मांग कर सकते हैं।
सरकार और विपक्ष के लिए कई मुद्दों पर चर्चा और बहस-
हरियाणा विधानसभा का यह सत्र राज्य के राजनीतिक माहौल के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनावों की संभावनाओं को देखते हुए, यह सत्र सरकार और विपक्ष के लिए कई मुद्दों पर चर्चा और बहस का मंच बनेगा।
सत्र में होने वाली चर्चाओं और निर्णयों पर सभी की नजरें रहेंगी, क्योंकि यह सत्र आगामी चुनावों की दिशा को प्रभावित कर सकता है।