
निकाय चुनाव: पोलिंग पार्टियों ने समझी चुनाव प्रक्रिया की बारीकियां, अंतिम प्रशिक्षण 1 मार्च को
गुरुग्राम, 25 फरवरी:
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त अजय कुमार के निर्देशानुसार, निकाय चुनावों की मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए मंगलवार को मतदान कर्मियों का द्वितीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम संबंधित निकाय क्षेत्र में नियुक्त रिटर्निंग अधिकारी द्वारा चिन्हित स्थान पर संपन्न हुआ।
गुरुग्राम नगर निगम के लिए यह प्रशिक्षण सेक्टर-14 स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय में छह अलग-अलग स्थानों पर हुआ। इस प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारी, सहायक पीठासीन अधिकारी, पोलिंग पार्टी-1 और पोलिंग पार्टी-2 को चुनावी प्रक्रिया की गहन जानकारी दी गई।
मतदान कर्मियों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत कराया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम दो पालियों में आयोजित किया गया, जहां सहायक निर्वाचन अधिकारी और मास्टर ट्रेनर ने मतदान कर्मियों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत कराया।
जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण करते हुए कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए पोलिंग स्टाफ का पूर्ण रूप से प्रशिक्षित होना बेहद जरूरी है। मतदान कर्मियों को हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने पोलिंग पार्टियों को निर्देश दिया कि वे प्रशिक्षण पुस्तिका को ध्यानपूर्वक पढ़ें और चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित प्री-पोल, मतदान प्रक्रिया एवं पोस्ट-पोल प्रोटोकॉल का पालन करें।
“मतदान संपन्न कराना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, इसलिए सभी पोलिंग पार्टियां एक-दूसरे से समन्वय बनाए रखें। चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी प्रत्येक बारीकी को समझना आवश्यक है, ताकि किसी प्रकार की त्रुटि न हो।”
– अजय कुमार, जिला निर्वाचन अधिकारी
मतदान से पहले बूथों की व्यवस्था का स्वयं निरीक्षण करें
निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान दिवस से पहले सभी पोलिंग पार्टियां अपने-अपने बूथों पर जाकर व्यवस्थाओं की जांच करें। यदि किसी प्रकार की समस्या हो, तो तुरंत संबंधित उच्च अधिकारी को सूचित करें। उन्होंने यह भी कहा कि पोलिंग प्रक्रिया के दौरान ईवीएम खराब होने पर घबराने के बजाय संयम से काम लें और संबंधित सेक्टर ऑफिसर को तुरंत सूचित करें।
मॉक पोल से सुनिश्चित होगी चुनावी पारदर्शिता – एडीसी हितेश कुमार मीणा
गुरुग्राम नगर निगम के रिटर्निंग अधिकारी एवं एडीसी हितेश कुमार मीणा ने मतदान कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि ईवीएम मॉक पोल चुनाव की पारदर्शिता सुनिश्चित करने का एक अहम कदम है।
“मॉक पोल चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने की सबसे अहम कसौटी है। सभी पोलिंग स्टाफ को इसे चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के अनुसार ही पूरा करना होगा।”
– हितेश कुमार मीणा, एडीसी
उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि मतदान के दिन कोई भी पोलिंग स्टाफ अनुपस्थित पाया गया, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और एफआईआर दर्ज करवाई जा सकती है। ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ चुनाव समाप्त होने के बाद नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी।
प्रशिक्षण में पोलिंग स्टाफ ने पूछे सवाल
प्रशिक्षण कार्यक्रम को मास्टर ट्रेनर ने और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रश्न-उत्तर सत्र भी आयोजित किया। इस दौरान पोलिंग पार्टियों को मतदान से एक दिन पहले की तैयारी, मतदान के दिन की प्रक्रिया, वास्तविक मतदान की व्यवस्था, सीलिंग प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी गई।
1 मार्च को होगा अंतिम प्रशिक्षण
चुनाव से एक दिन पहले, 1 मार्च को अंतिम एवं तीसरे दौर का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें मतदान प्रक्रिया से जुड़े सभी अंतिम निर्देश दिए जाएंगे।
मुख्य बिंदु:
✔ स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए पोलिंग स्टाफ का प्रशिक्षण जरूरी।
✔ मतदान दिवस से पहले पोलिंग पार्टियों को अपने बूथों की व्यवस्था जांचने के निर्देश।
✔ ईवीएम खराब होने पर तुरंत संबंधित सेक्टर ऑफिसर को सूचित करने की सलाह।
✔ अनुपस्थित मतदान कर्मियों पर हो सकती है एफआईआर और अनुशासनात्मक कार्रवाई।
✔ 1 मार्च को होगा अंतिम प्रशिक्षण सत्र।