
गुरुग्राम और मानेसर में कई नेताओं को पार्टी से निकाला
गुरुग्राम, 25 फरवरी: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के कई समर्थकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण निष्कासित कर दिया है। गुरुग्राम भाजपा जिला अध्यक्ष कमल यादव ने इसकी आधिकारिक सूची जारी करते हुए कहा कि पार्टी अनुशासनहीनता को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं करेगी और जो भी पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ काम करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गुरुग्राम में भाजपा से निष्कासित नेता
गुरुग्राम नगर निगम चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए गए पूर्व मेयर विमल यादव सहित करीब 50 भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया गया है। इनमें से अधिकांश नेता केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के करीबी माने जाते हैं। पार्टी से निष्कासित किए गए नेताओं की सूची इस प्रकार है:
नगर निगम गुरुग्राम से निष्कासित नेता
- वार्ड 1: साहब राम, लीलू सरपंच, इंद्रजीत यादव, रिंपल यादव
- वार्ड 2: पूर्व मेयर विमल यादव
- वार्ड 3: राकेश यादव, राहुल यादव
- वार्ड 7: संदीप मेहलावत, नवीन दहिया, दिनेश दहिया
- वार्ड 8: दीपक कटारिया, लखपत कटारिया, संजय प्रधान
- वार्ड 9: अविनाश राघव (जिला सचिव भाजपा)
- वार्ड 10: महावीर यादव
- वार्ड 11: अजय नंबरदार
- वार्ड 12: गगनदीप किलहोड़, रुचि
- वार्ड 13: आशीष शर्मा, श्रेयस जैन
- वार्ड 14: प्रमोद यादव, सचिन तंवर
- वार्ड 15: राकेश यादव (फाजिलपुर), प्रवीन लता, नीरज यादव (मंडल उपाध्यक्ष)
- वार्ड 17: प्रेम गैराठी
- वार्ड 19: बीनू चाहर (महिला मोर्चा)
- वार्ड 20: मंगल सिंह (ग्वाल पहाड़ी)
- वार्ड 21: अशोक डबास (पूर्व मंडल महामंत्री), अशोक पहलवान, मीनाक्षी, रिंकू
- वार्ड 23: पूर्व पार्षद रामा रानी राठी, कुनाल यादव, दीपक यादव, पंकज यादव
- वार्ड 24: सज्जन यादव, बरखा शर्मा, दीपक शर्मा
- वार्ड 28: महेश कुमार
- वार्ड 32: धर्मेंद्र बजाज (पूर्व मंडल अध्यक्ष), ज्योत्स्ना बजाज
- वार्ड 34: पूर्व पार्षद योगेंद्र सारबान
- वार्ड 35: पूर्व डिप्टी मेयर परविंदर कटारिया
- वार्ड 36: भगत कटारिया
नगर निगम मानेसर से निष्कासित नेता
- वार्ड 1: राघब सैनी
- वार्ड 2: स्नेहलता, नरेंद्र चौहान
- वार्ड 6: अजीत यादव (मंडल सचिव), जयपाल यादव (जिला कार्यकारिणी)
- वार्ड 7: अजीत प्रजापति, विक्रम प्रजापति, जसवीर धनकड़
- वार्ड 12: प्रवीण यादव (मानेसर आपदा प्रबंधन प्रदेश कार्यकारिणी)
- वार्ड 15: हरि सिंह नकरौला (SC मोर्चा पूर्व अध्यक्ष), पिंकी नकरौला
- वार्ड 16: परवीन नरसिंहपुर (उपाध्यक्ष मानेसर मंडल), दयाराम (SC मोर्चा जिला उपाध्यक्ष)
- पटौदी: सुनील दोचानिया (जिला कार्यकारिणी सदस्य)
राव इंद्रजीत सिंह की घटती पकड़?
हरियाणा की राजनीति में राव इंद्रजीत सिंह को दक्षिणी हरियाणा का कद्दावर नेता माना जाता है, लेकिन भाजपा के इस फैसले से उनके राजनीतिक कद पर सवाल खड़े हो गए हैं। नगर निगम चुनावों के दौरान भाजपा ने उनके किसी भी समर्थक को मेयर पद का टिकट नहीं दिया, जिससे नाराज होकर उनके समर्थकों ने भाजपा प्रत्याशियों का विरोध किया था। अब पार्टी ने कड़ा रुख अपनाते हुए उनके अधिकतर समर्थकों को निष्कासित कर दिया है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सक्रिय, राव इंद्रजीत सिंह नदारद
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम चुनावों में पूरी ताकत झोंक दी थी। उन्होंने लगातार रोड शो और जनसभाएं कर भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम किया। वहीं, गुरुग्राम लोकसभा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह इस पूरे चुनावी अभियान में नदारद रहे।
राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव जरूर मुख्यमंत्री सैनी के साथ कुछ कार्यक्रमों में नजर आईं, लेकिन उन्होंने अलग से कोई जनसभा या प्रचार अभियान नहीं चलाया। सूत्रों के मुताबिक, वह भी अपने समर्थकों को टिकट न मिलने से नाराज हैं।
भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन के संकेत?
भाजपा के इस कदम को गुरुग्राम और मानेसर में नए नेतृत्व को मौका देने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा अब राव इंद्रजीत सिंह को धीरे-धीरे साइडलाइन कर रही है और आने वाले चुनावों में नए चेहरों को मौका देना चाहती है।
क्या राव इंद्रजीत सिंह भाजपा से अलग होंगे?
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि राव इंद्रजीत सिंह भाजपा के इस कदम से असंतुष्ट हैं हालांकि, अभी तक उन्होंने इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
राजनीतिक विश्लेषण:
- क्या राव इंद्रजीत सिंह की भाजपा में पकड़ कमजोर हो रही है?
- क्या भाजपा अब गुरुग्राम और मानेसर में नए नेतृत्व को आगे लाने की कोशिश कर रही है?
आगामी चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा की यह रणनीति पार्टी को कितना फायदा पहुंचाती है और राव इंद्रजीत सिंह का अगला कदम क्या होगा।