

🔷 विक्रम संवत – 2081
🔷 संवत्सर नाम – कालयुक्त
🔷 संवत्सर राजा – मंगल
🔷 संवत्सर मंत्री – शनि
🔷 सूर्य उत्तरायण, ऋतु – वसंत
🔷 सूर्योदय – प्रातः 6:51 बजे
🔷 सूर्यास्त – सायं 6:16 बजे
📅 तिथि एवं वार:
➡ फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि
➡ दिन – शुक्रवार
🌙 चंद्रमा की स्थिति:
➡ राशि – कुंभ
➡ राशि स्वामी – शनि
➡ आज का नक्षत्र – शतभिषा (दोपहर 1:40 तक), उसके बाद पूर्व भाद्रपद
➡ नक्षत्र स्वामी – राहु/गुरु
🕉️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
🔸 प्रातः 8:11 से शतभिषा नक्षत्र चरण 4 में
🔸 दोपहर 1:40 से पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में
🔸 सायं 7:06 से पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में
🔸 रात्रि 12:31 से शतभिषा नक्षत्र चरण 3 में
🔥 आज का योग:
✅ सिद्ध योग – रात्रि 8:08 बजे तक (इस योग में ध्यान, जप और सेवा करना विशेष फलदायी होता है)
✅ साध्य योग – रात्रि 8:08 के बाद (इस योग में किए गए कार्य सफल होते हैं)
🚨 विशेष:
➡ फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष प्रारंभ
➡ पंचक काल जारी
♻ आज की शुभ दिशा: पूर्व, उत्तर, उत्तर-पूर्व
⚠ दिशा शूल: पश्चिम दिशा में यात्रा करने से बचें, यदि अति आवश्यक हो तो जौ खाकर प्रस्थान करें
☀ सूर्य – कुंभ राशि, शतभिषा नक्षत्र चरण 3 (नक्षत्र स्वामी राहु)
🔥 मंगल – मिथुन राशि, पुनर्वसु नक्षत्र चरण 1 (नक्षत्र स्वामी गुरु)
💬 बुध – मीन राशि, पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 (नक्षत्र स्वामी गुरु)
🪶 गुरु (बृहस्पति) – वृष राशि, रोहिणी नक्षत्र चरण 4 (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
💖 शुक्र – मीन राशि, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 (नक्षत्र स्वामी शनि)
🔱 शनि (अस्त) – कुंभ राशि, पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 (नक्षत्र स्वामी गुरु)
🌀 राहु – मीन राशि, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 (नक्षत्र स्वामी शनि)
⚖ केतु – कन्या राशि, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 3 (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
⚠ राहुकाल: प्रातः 11:07 से दोपहर 12:34 तक (इस दौरान कोई शुभ कार्य न करें)
🌅 प्रातः
🔹 6:08 तक – मकर
🔹 7:36 तक – कुंभ
🔹 9:00 तक – मीन
🔹 10:36 तक – मेष
🌞 दोपहर
🔹 10:31 तक – वृष
🔹 2:45 तक – मिथुन
🔹 3:06 तक – कर्क
🌆 सायंकाल एवं रात्रि
🔹 7:24 तक – सिंह
🔹 9:39 तक – कन्या
🔹 11:58 तक – तुला
🔹 सूर्योदय पूर्व 2:17 तक – वृश्चिक
🔹 4:21 तक – धनु
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