
गुरुग्राम, 2 मार्च 2025:
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को गुरुग्राम के सेक्टर 39 स्थित अहिंसा विश्व भारती संस्था द्वारा नवनिर्मित ‘विश्व शांति केंद्र’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विश्व शांति केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि भारत पूरी दुनिया को शांति, सहिष्णुता और सद्भाव का मार्ग दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि चाहे अंतरराष्ट्रीय कूटनीति हो, पर्यावरण संरक्षण या वैश्विक महामारी से लड़ने का संकल्प, भारत ने हमेशा मानवता की भलाई के लिए काम किया है। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत की समृद्ध परंपरा और संस्कृति ही ‘विकसित भारत’ की असली पहचान बनेगी।
भारत की संस्कृति और परंपरा का वैश्विक योगदान
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में भारत की अहिंसा, प्रेम, सहिष्णुता और सामाजिक सद्भाव की परंपरा को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत सत्य, न्याय और शांति के मूल्यों पर आधारित एक महान सभ्यता है। उन्होंने कहा कि यह वही देश है, जहां भगवान श्रीराम, योगीराज श्रीकृष्ण, भगवान महावीर, महात्मा बुद्ध और गुरु नानक जैसे महान आत्माओं ने जन्म लेकर मानवता को सही मार्ग दिखाया। इन महापुरुषों ने अपने समय में समाज को सत्य, अहिंसा, प्रेम, एकता, करूणा, दया और परोपकार का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ये शिक्षाएं आज भी समय की कसौटी पर खरी उतरती हैं और दुनिया को नई दिशा देने में सक्षम हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘विकसित भारत’ की ओर बढ़ते कदम
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ की नीति के साथ आगे बढ़ रहा है। सरकार समाज के हर वर्ग को साथ लेकर एक समरस और शांतिपूर्ण समाज बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शांति केवल एक आदर्श नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक विधि है और भारत ने इसे अपने आचरण में उतारा है।
विश्व शांति केंद्र का महत्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि अहिंसा विश्व भारती संस्था द्वारा स्थापित यह विश्व शांति केंद्र समाज को शांति और भाईचारे का संदेश देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि यह केंद्र मानवता, नैतिक मूल्यों और अहिंसा को बढ़ावा देने के लिए एक प्रमुख मंच बनेगा।
शांति और सद्भाव का आह्वान
मुख्यमंत्री सैनी ने इस अवसर पर उपस्थितजनों से समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा देने तथा अहिंसा को अपने जीवन का मूल मंत्र बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत की शक्ति इसकी सांस्कृतिक विरासत और मूल्यों में निहित है।
इस अवसर पर जैन आचार्य डॉ. लोकेश मुनि, विभिन्न धर्मगुरु, सामाजिक कार्यकर्ता और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मुख्य बिंदु:
- गुरुग्राम में अहिंसा विश्व भारती संस्था द्वारा ‘विश्व शांति केंद्र’ का उद्घाटन।
- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उपस्थिति।
- भारत की संस्कृति, परंपरा और अहिंसा के महत्व पर जोर।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘विकसित भारत’ की ओर बढ़ते कदम।
- शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने की अपील।