1857 की क्रांति पर आधारित शहीद स्मारक का प्रतीक चिन्ह (लोगो) डिज़ाइन
हरियाणा सरकार आमंत्रित कर रही है
नई दिल्ली, 2 मार्च 2025:
हरियाणा सरकार 1857 की क्रांति (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई) में शामिल वीर सपूतों और शहीदों की बहादुरी को सम्मान देने के लिए अंबाला कैंट के पास, अंबाला-नई दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पर 22 एकड़ भूमि पर एक भव्य शहीद स्मारक का निर्माण कर रही है।
इस ऐतिहासिक स्मारक के लिए प्रतीक चिन्ह (लोगो) डिज़ाइन तैयार करने हेतु आम जनता, कलाकारों और डिजाइनरों से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं। विजेता को हरियाणा सरकार की ओर से 1 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
प्रविष्टियां भेजने की अंतिम तिथि और नियमावली
- अंतिम तिथि: 1 अप्रैल 2025, शाम 5 बजे तक
- प्रविष्टि की थीम: 1857 की क्रांति (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई)
- प्रविष्टियां भेजने का पता:
- डाक से: SCO नं. 200-201, सेक्टर 17-सी, चंडीगढ़
- ईमेल से: directorshaheedsamarak@gmail.com
- प्रविष्टि का फ़ॉर्मेट:
- डिज़ाइन 12×15 इंच साइज़ में हो
- JPEG/JPG फॉर्मेट में हो और फ़ाइल साइज 10 MB से अधिक न हो
- डिज़ाइन में कोई वॉटरमार्क नहीं होना चाहिए
- डिज़ाइन हाई-रेज़ोल्यूशन में हो
प्रतीक चिन्ह में क्या होना चाहिए?
- 1857 की क्रांति की भावना और इतिहास को दर्शाने वाले ग्राफिक्स, आइकन, शेप, रंग, फोंट और लेआउट
- स्मारक की पहचान को दर्शाने वाला प्रेरणादायक डिज़ाइन
- क्लासिक, विंटेज या मॉडर्न लुक वाला लोगो
- सिंपल, यादगार, प्रासंगिक, कालातीत और बहुपयोगी डिज़ाइन
महत्वपूर्ण शर्तें और चयन प्रक्रिया
- सभी भारतीय नागरिक भाग ले सकते हैं (सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा और संवाद सोसायटी के अधिकारियों को छोड़कर)।
- डिज़ाइन मौलिक होना चाहिए, कॉपीराइट फ्री होना चाहिए।
- चयनित डिज़ाइन सरकार की संपत्ति होगी, जिसे सरकार किसी भी स्थान पर उपयोग कर सकेगी।
- प्रविष्टि जमा करने के बाद उसमें कोई बदलाव संभव नहीं होगा।
- चयन विशेषज्ञ समिति द्वारा किया जाएगा और निर्णय अंतिम होगा।
- चयन प्रक्रिया और निर्णय गोपनीय रहेगा।
डॉ. कुलदीप सैनी (निदेशक, शहीद स्मारक) ने जानकारी दी कि प्रतिभागियों को हस्ताक्षरित रजिस्ट्रेशन और डिक्लेरेशन फॉर्म के साथ अपनी प्रविष्टियां भेजनी होंगी।
👉 यह आपके लिए अपने डिज़ाइन कौशल को प्रदर्शित करने और एक ऐतिहासिक स्मारक का हिस्सा बनने का अनूठा अवसर है।