
चंडीगढ़, 6 मार्च: हरियाणा कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर असमंजस बरकरार है। पार्टी के विधायक बजट सत्र में बिना किसी नेता के शामिल होंगे। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने विधायकों की बैठक बुलाई, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी मौजूद रहे। हालांकि, बैठक में नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका।
हुड्डा को लेकर हाईकमान में मतभेद, विधायक कर रहे समर्थन
हरियाणा कांग्रेस के अधिकतर विधायक चाहते हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए, लेकिन कांग्रेस हाईकमान इस पर अब तक सहमति नहीं बना पाया है। पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर मतभेद गहराते जा रहे हैं। एक ओर जहां विधायक दल हुड्डा के समर्थन में खड़ा है, वहीं दूसरी ओर हाईकमान किसी अन्य विकल्प की तलाश में है। इसी खींचतान के चलते नेता प्रतिपक्ष की घोषणा नहीं हो सकी है।
उदय भान ने ली बैठक, हुड्डा भी हुए शामिल
हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने इस मुद्दे पर विधायकों की बैठक बुलाई, जिसमें कई वरिष्ठ नेता और विधायक शामिल हुए। भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी इस बैठक का हिस्सा बने। बैठक में कांग्रेस की आगामी रणनीति और विधानसभा में सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई। हालांकि, नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया।
बजट सत्र में कांग्रेस की रणनीति
हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र 28 मार्च तक चलेगा। कांग्रेस का फोकस इस सत्र के दौरान भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को घेरने पर रहेगा। विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं और कानून-व्यवस्था के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेगा। लेकिन नेता प्रतिपक्ष की गैरमौजूदगी कांग्रेस की रणनीति पर असर डाल सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस हाईकमान जल्द ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर फैसला ले सकता है। हालांकि, जब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं होती, तब तक कांग्रेस विधायक बिना किसी नेता के ही बजट सत्र में हिस्सा लेंगे।
क्या जल्द खत्म होगा सस्पेंस?
हरियाणा कांग्रेस में लंबे समय से गुटबाजी की स्थिति बनी हुई है। हुड्डा गुट के विधायक उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने के पक्ष में हैं, लेकिन हाईकमान अभी इस पर कोई निर्णय नहीं ले सका है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इस मुद्दे को कब तक टालती है और क्या अंततः हुड्डा को ही यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी या किसी अन्य नेता को आगे किया जाएगा।