
गोवा स्पिरिचुअल फेस्टिवल 2025 का भव्य शुभारंभ
कुंडई, गोवा | 8 मार्च 2025 ,
गोवा जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है, अब आध्यात्मिकता का भी केंद्र बनता जा रहा है। गोवा स्पिरिचुअल फेस्टिवल 2025 का शुभारंभ श्री क्षेत्र तपोभूमि में गोपूजन और दीपप्रज्वलन के साथ किया गया। इस आयोजन में संतों, आध्यात्मिक गुरुओं, राजनेताओं और समाजसेवियों ने भाग लिया।
इस मौके पर अनंत श्री विभूषित महामंडलेश्वर पूज्यपाद स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती ने कहा कि गोवा को केवल एक पर्यटन स्थल के रूप में ही नहीं, बल्कि एक पवित्र आध्यात्मिक भूमि के रूप में भी पहचाना जाना चाहिए। उन्होंने कहा—
“सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य स्वामीजी ने गोवा को एक नई आध्यात्मिक दिशा दी है। वे केवल गोवा की संस्कृति को पुनर्जीवित नहीं कर रहे हैं, बल्कि इसे महान बना रहे हैं। उनका कार्य पूरे देशवासियों को अनुभव करना चाहिए।”
फेस्टिवल का शुभारंभ और कार्यक्रम
आध्यात्मिक धर्मगुरु, पद्मश्री सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य स्वामीजी के दिव्य आशीर्वाद से श्री दत्त पद्मनाभ पीठ और सत्गुरु फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में इस महोत्सव का आयोजन किया गया।
शुभारंभ के दौरान:
✅ संत पूजन और प्रार्थना
✅ गोमाता पूजन और दीपप्रज्वलन
✅ पूज्य संतों के अमृततुल्य प्रवचन
प्रमुख अतिथि और वक्ता
इस अवसर पर मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे—
🔹 स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती – श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी
🔹 भूपेंद्रगिरी स्वामीजी – हरिद्वार
🔹 स्वात्मानंद स्वामीजी – अमेरिका
🔹 गोवा के जलस्रोत मंत्री सुभाष शिरोडकर
🔹 विधायक विजय सरदेसाई
🔹 समाजसेवी ॲड. सुरेंद्र देसाई
🔹 बी.सी.सी.आई. के जनरल सचिव रोहन देसाई
🔹 सत्गुरु फाउंडेशन की अध्यक्षा ॲड. ब्राह्मीदेवीजी
गोवा में आध्यात्मिक चेतना का विस्तार
इस फेस्टिवल के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि गोवा केवल एक भोगभूमि नहीं, बल्कि तपोभूमि भी है। सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्यजी के प्रयासों से यह भूमि आध्यात्मिक दृष्टि से भी समृद्ध हो रही है और इसकी पहचान वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की जरूरत है।
आगे क्या?
गोवा स्पिरिचुअल फेस्टिवल 2025 के तहत आगामी दिनों में धार्मिक प्रवचन, योग सत्र, ध्यान शिविर, आध्यात्मिक चर्चाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयोजकों का कहना है कि यह फेस्टिवल आध्यात्मिक चेतना को बढ़ावा देने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम बनेगा।