
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला से किया अभियान का शुभारंभ
फिरोजपुर झिरका के 52 गांवों व 5 ढाणियों में रैनीवेल आधारित परियोजनाओं का उद्घाटन
पटौदी विधानसभा क्षेत्र के 24 गांवों व 9 ढाणियों में नहर आधारित परियोजनाओं का उद्घाटन
नई दिल्ली, 22 मार्च – विश्व जल दिवस के अवसर पर हरियाणा ने जल संरक्षण और जल संचयन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाया, जब जल शक्ति अभियान: कैच द रेन-2025 की शुरुआत पंचकूला से की गई। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस अभियान का शुभारंभ किया। इसके साथ ही जल संरक्षण, जलापूर्ति योजनाओं और स्वच्छता अभियान के तहत कई परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी किया गया। इस अवसर पर सिंचाई और जल संसाधन मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी भी उपस्थित रही।
पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और मुख्यमंत्री ने हरियाणा के लिए मुख्यमंत्री जल संचय योजना का शुभारंभ किया। साथ ही, जल शक्ति अभियान: कैच द रेन-2025 के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया, जिनमें जल-जंगल-जनः एक प्राकृतिक बंधन अभियान, जल संसाधन एटलस-2025, एकीकृत जल संसाधन कार्य योजना 2025-27, ऑनलाइन कैनाल वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम और जेएसए-सीटीआर की बेहतरीन कार्य प्रणाली शामिल हैं।
जल शक्ति अभियान के अंतर्गत मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने महेंद्रगढ़ जिले के गांवों जैसे मंडोला, दुलोठ, बदोपुर, खेड़ी, धोखेड़ा में जल संरक्षण के लिए विभिन्न कार्यों का उद्घाटन किया। इसके अलावा, 400 कृत्रिम भूजल पुनर्भरण संरचनाओं का शिलान्यास भी किया गया। यमुनानगर जिले के गांव देवधर व बेगमपुर, कैथल जिले के गांव जुलानी खेडा, भिवानी जिले के गांव पहाड़ी, और महेंद्रगढ़ जिले के अकोली और मंद्लाना में सौर शक्ति एकीकृत सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का उद्घाटन किया गया।
इसके अतिरिक्त, फिरोजपुर झिरका के 52 गांवों और 5 ढाणियों में रैनीवेल आधारित परियोजनाएं तथा पटौदी विधानसभा क्षेत्र के 24 गांवों और 9 ढाणियों में नहर आधारित जल बढ़ोतरी परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत पंचकूला में ठोस कचरा प्रबंधन के लिए 9 शेड्स, 103 सोखता गड्ढे और 21 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का भी उद्घाटन किया गया।
जल संरक्षण में उल्लेखनीय योगदान के लिए जल योद्धाओं का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले जल योद्धाओं को सम्मानित किया गया। इनमें प्रगतिशील किसान श्रेणी में राजकुमार मेहरा (प्राकृतिक खेती), कुशाल नेहरा (फसल विविधीकरण), और विकास चौधरी (डीएसआर तकनीक) को सम्मानित किया गया।
सर्वश्रेष्ठ सरपंच श्रेणी में श्रीमती भारती, रतनपाल सिंह और जसमेर सिंह को सम्मानित किया गया।
अटल भूजल योजना के तहत बेस्ट भू-जल सहेली के रूप में श्रीमती रचना रामधारी, श्रीमती सुमन और श्रीमती गुरप्रीत कौर को सम्मानित किया गया।