
आज का पंचांग और विशेष ज्योतिषीय जानकारी – 27 मार्च 2025
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
आज का दिन विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह विक्रम संवत 2081 का साल है, और आज की तिथि चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी है। इस दिन की विशेषता को समझते हुए हम जानते हैं कि यह दिन विशेष पूजा, व्रत और अन्य धार्मिक कार्यों के लिए बहुत शुभ माना जाता है।
संवत्सर और ग्रह स्थिति:
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संवत्सर नाम: कालयुक्त
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संवत्सर राजा: मंगल
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संवत्सर मंत्री: शनि
साथ ही सूर्य उत्तरायण हो चुके हैं और वसंत ऋतु का समय चल रहा है। यह समय प्रकृति के नवीनीकरण और शुद्धिकरण का होता है।
सूर्य और चंद्रमा की स्थिति:
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सूर्य आज मीन राशि के उत्तर भाद्रपद नक्षत्र के 3वें चरण में स्थित हैं। नक्षत्र स्वामी शनि हैं।
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चंद्रमा आज कुंभ राशि में स्थित हैं, और उनका नक्षत्र शतभिषा है, जिसका स्वामी राहु है।
विशेष योग:
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साध्य योग: यह योग प्रातः 9:25 बजे तक रहेगा और यह विशेष रूप से विद्या या किसी नए कार्य को शुरू करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस योग में किए गए कार्यों में सफलता मिलने की संभावना अधिक रहती है।
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उसके बाद शुभ योग रहेगा, जिसमें किए गए कार्यों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं।
विशेष पर्व और व्रत:
आज प्रदोष व्रत और वारुणी योग का महत्व है। इस दिन विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा का महत्व बढ़ जाता है। पुराणों के अनुसार, इस दिन मंत्र जप, यज्ञ और दान का फल हजारों यज्ञों के बराबर होता है। यदि आप पवित्र नदियों में स्नान करने में असमर्थ हैं, तो आप घर में पवित्र नदियों के पानी से स्नान करके भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
ग्रहों की स्थिति:
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मंगल (वक्री): मिथुन राशि में पुनर्वसु नक्षत्र के 3वें चरण में।
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बुद्ध (वक्री): मीन राशि के उत्तर भाद्रपद नक्षत्र के 2वें चरण में।
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गुरु: वृष राशि के रोहिणी नक्षत्र के 4वें चरण में।
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शुक्र (वक्री): मीन राशि के उत्तर भाद्रपद नक्षत्र के 3वें चरण में।
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शनि: कुंभ राशि के पूर्व भाद्रपद नक्षत्र के 3वें चरण में।
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राहु: मीन राशि के पूर्व भाद्रपद नक्षत्र के 4वें चरण में।
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केतु: कन्या राशि के उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के 2वें चरण में।
राहु काल:
आज का राहु काल दोपहर 2:00 बजे से 3:30 बजे तक रहेगा। इस समय के दौरान कोई शुभ कार्य या नई शुरुआत करने से बचें।
शुभ दिशा:
आज की शुभ दिशाएँ:
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पूर्व, उत्तर, और उत्तर-पूर्व दिशा में यात्रा करना लाभकारी रहेगा।
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दिशा शूल: दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, यदि अत्यंत आवश्यक हो तो दही खाकर यात्रा शुरू करें।
दैनिक लग्न सारणी:
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प्रातः 5:45 तक कुंभ
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8:10 तक मीन
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8:46 तक मेष
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10:41 तक वृष
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दोपहर 12:55 तक मिथुन
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3:15 तक कर्क
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सायं 5:33 तक सिंह
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रात्रि 7:49 तक कन्या
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10:08 तक तुला
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12:27 तक वृश्चिक
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2:31 तक धनु
आज का दिन विशेष रूप से पूजा-पाठ, दान और धार्मिक कार्यों के लिए उपयुक्त है। प्रदोष व्रत और वारुणी योग के दौरान भगवान शिव की पूजा से मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही साध्य योग में किसी नई विधि या विद्या की शुरुआत करने से सफलता मिलने की संभावना है। ग्रहों की स्थिति और दिशा शूल को ध्यान में रखते हुए आज की दिनचर्या तय करें।
शुभकामनाएँ!