
गुरुग्राम, 07 अप्रैल 2025:
गुरुग्राम पुलिस ने वर्ष 2021 में हुए एक हत्या मामले में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर 20,000 रुपये का ईनाम घोषित था और वह देहरादून से गिरफ्तार किया गया है। इस हत्या मामले की जड़ एक महिला आरोपी के साथ आरोपी के संबंधों से जुड़ी हुई थी, और आरोपी ने सत्यवीर सिंह मलिक की हत्या की थी।
मामला:
यह हत्या घटना 13 जनवरी 2021 को घटित हुई थी। उस दिन थाना मानेसर पुलिस को सूचना मिली थी कि पंचगांव की तरफ जाने वाले सर्विस रोड पर एक कार के पास एक व्यक्ति मृत पड़ा हुआ है। पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और मृतक की पहचान सत्यवीर सिंह मलिक के रूप में की, जो कॉपरेटिव विभाग में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे।
मृतक के बेटे ने पुलिस को बताया कि उसका पिता 13 जनवरी को ड्यूटी के लिए घर से निकले थे, लेकिन जब उसने पिता से संपर्क किया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। बाद में यह जानकारी मिली कि उसके पिता की लाश पॉलिटेक्निकल कॉलेज मानेसर के पास पाई गई है। मृतक के शव पर घुटनों पर रगड़ के निशान थे, जो संदिग्ध थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट, झटका लगने और रक्तस्राव की जानकारी मिली, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि यह हत्या का मामला है।
अभियोग और आरोप:
दिनांक 19 जनवरी 2021 को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद, पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। सत्यप्रिय सैनी नामक आरोपी, जो इस हत्या में शामिल था, को 05 अप्रैल 2025 को देहरादून से गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान सत्यप्रिय सैनी, निवासी बनवाला, जिला देहरादून, उत्तराखंड के रूप में हुई है।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि सत्यप्रिय सैनी महिला आरोपी के मकान में किराए पर रहता था और उसकी महिला आरोपी के साथ पहचान थी। महिला आरोपी का मृतक के साथ पैसों का लेन-देन था, और उसी के कहने पर सत्यप्रिय ने पिकअप वाहन से सत्यवीर सिंह की हत्या की और इसे एक्सीडेंट दिखाने की कोशिश की थी।
और भी अपराध:
पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी सत्यप्रिय सैनी ने 2020 में लक्ष्मी नामक महिला की भी हत्या की थी। इस हत्या में आरोपी ने महिला का शव रुड़की में फेंक दिया था। आरोपी अब तक उस हत्या मामले में भी फरार था।
आगे की कार्रवाई:
गुरुग्राम पुलिस ने आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश किया और पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया है। आगामी पूछताछ और बरामदगी के लिए पुलिस उसे और अधिक जांच के लिए रिमांड पर लेगी।
अभियोग अभी भी अनुसंधानाधीन है और पुलिस इसे सुलझाने के लिए अपनी कार्रवाई जारी रखेगी।