
वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं,
वन्दे जगत्कारणम् ।
वन्दे पन्नगभूषणं मृगधरं,
वन्दे पशूनां पतिम् ॥
वन्दे सूर्य शशांक वह्नि नयनं,
वन्दे मुकुन्दप्रियम् ।
वन्दे भक्त जनाश्रयं च वरदं,
वन्दे शिवंशंकरम् ॥
अर्थात मैं पार्वती पति शिव जो देवताओं के गुरु हैं, समस्त जगत के कारण हैं, जो बाघ की चर्म धारण करते हैं, जो सूर्य और चंद्र से विभूषित हैं, गणपति जी के आराध्य, भक्तों को अपनी शरण में रखने वाले उन शिव की मैं वंदना करता हूँ
🕉 जय श्री राम 🙏🙏
सभी को राम नवमी की हार्दिक शुभकामनायें 🌹⚘️🥀🙏
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
🌕सूर्य उत्तरायण, ऋतु-: वसंत
सूर्य उदय : प्रातः 6/08
सूर्य अस्त : सायं 6/39
📺 चैत्र मास शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 7/4/2025
दिन-: सोमवार
🌕 चंद्रमा-: कर्क राशि में
🥳राशि स्वामी-: चंद्र
🌱 आज का नक्षत्र -: पुष्य प्रात: 6/25 तक उसके बाद आश्लेषा
💓 नक्षत्र स्वामी – : शनि/बुद्ध
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 6/25 से आश्लेषा नक्षत्र चरण 1 में
12/47 से आश्लेषा नक्षत्र चरण 2 में
सायं 7/10 से आश्लेषा नक्षत्र चरण 3 में
रात्रि 1/32 से आश्लेषा नक्षत्र चरण 4 में
🔥 योग -: सायं 6/19 तक धृति -: ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण योग है, जो धैर्य, स्थिरता और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। यह योग शुभ कार्यों के लिए, विशेषकर भूमि पूजन और निर्माण कार्य शुरू करने के लिए उत्तम माना जाता है।
उसके बाद शूल-: इस योग में कार्य करने से व्यक्ति को कष्टों का सामना करना पड़ सकता है.
आज के मुख्य पर्व
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🪴 गन्डमूल प्रात: 6/25 से
♻️आज की शुभ दिशा -: पश्चिम,दक्षिण, उत्तर-पश्चिम
♻️ दिशा शूल -: पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर दर्पण देखकर या दूध पीकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
🌷सूर्य -: मीन राशि से रेवती नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध) प्रात: 8/17 से चरण 3 में
🛑मंगल -: मिथुन राशि पुनर्वसु नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
🌱 बुद्ध (वक्री)उदय -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि) सायं 4/40 से मार्गी
🌕गुरु -: वृष राशि रोहिणी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
💃 शुक्र (वक्री) -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌊 शनि -: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरू)
🎥 राहु-: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛐केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
🤬राहु काल -: प्रात: 7/30 से 9/00 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 6/27 तक मीन
8/03 तक मेष
9/58 तक वृष
दोपहर 12/12 तक मिथुन
2/31 तक कर्क
सायं 4/49 तक सिंह
7/06 तक कन्या
रात्रि 9/25 तक तुला
11/44 तक वृश्चिक
1/48 तक धनु