
नई दिल्ली, 9 अप्रैल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज “नवकार महामंत्र” कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें उन्होंने श्रद्धा और सम्मान के प्रतीक के रूप में नंगे पांव कार्यक्रम स्थल में प्रवेश किया और सभी के साथ बैठकर नवकार महामंत्र का जाप किया। इस कार्यक्रम में 108 देशों के लोग शामिल हुए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं नवकार महामंत्र की आध्यात्मिक शक्ति को अब भी अपने भीतर अनुभव कर रहा हूं। कुछ साल पहले बंगलुरू में भी इस प्रकार के एक सामूहिक मंत्रोच्चार का हिस्सा था, और आज वही गहरी अनुभूति फिर से हो रही है।” पीएम ने नवकार महामंत्र को केवल एक मंत्र नहीं, बल्कि आस्था का केंद्र और जीवन का मूल स्वर बताया। उन्होंने कहा कि यह मंत्र सिर्फ आध्यात्मिक नहीं है, बल्कि यह व्यक्तिगत जीवन से लेकर समाज तक मार्गदर्शन करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने नवकार महामंत्र के प्रत्येक अक्षर को महत्वपूर्ण बताया और इसे एक विशेष शक्ति से भरपूर माना। उन्होंने यह भी कहा कि यह मंत्र “जन से जग तक” की यात्रा का प्रतीक है, और यह हमारे जीवन में एक गहरे बदलाव का कारण बनता है।
प्रधानमंत्री मोदी का इस कार्यक्रम में नंगे पांव भाग लेना और सभी के साथ बैठकर नवकार महामंत्र का जाप करना भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति उनके सम्मान को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। उन्होंने इस कार्यक्रम के दौरान एक विशेष कदम उठाया, जब उन्होंने डायस पर बैठने की बजाय साधारण लोगों के बीच बैठकर इस कार्यक्रम में भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम से यह संदेश गया कि वह भारतीय परंपराओं और संस्कृति के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं और उन्हें हमेशा सम्मानित करते हैं।