नई दिल्ली 9 अप्रैल , देश में महंगाई की मार से आम जनता की रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर गहरा असर पड़ रहा है। हाल ही में घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में ₹50 की वृद्धि की गई है, जो 8 अप्रैल 2025 से लागू हो गई है। इससे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के लाभार्थियों और गैर-लाभार्थियों दोनों के लिए सिलेंडर की कीमतें बढ़ गई हैं。
खाद्य पदार्थों की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव देखा गया है। फरवरी 2025 में खाद्य मुद्रास्फीति दर 3.75% रही, जो मई 2023 के बाद सबसे कम है。 हालांकि, सब्जियों की कीमतों में गिरावट के बावजूद, फलों और प्याज की कीमतें अभी भी ऊंची बनी हुई हैं, जिनमें क्रमशः 20% और 48.05% की वृद्धि दर्ज की गई है。
इसके अलावा, भारत में मार्च 2025 में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति दर 2.1% तक कम होने का अनुमान है, जो खाद्य और ईंधन की कीमतों में गिरावट के कारण हुआ है。
इन बढ़ती कीमतों के बीच, आम जनता के लिए दैनिक जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। सरकार से अपेक्षा है कि वह इन मुद्दों पर ध्यान दे और महंगाई को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
नई दिल्ली।
देश में महंगाई ने एक बार फिर आम आदमी की जेब पर सीधा असर डाला है। रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें बढ़ने के बाद अब दूध, सब्ज़ी और फल जैसे रोज़मर्रा के ज़रूरी सामान भी महंगे हो गए हैं। इससे घर का बजट पूरी तरह से डगमगा गया है और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना भी चुनौती बन गया है।
दूध के दाम में फिर बढ़ोतरी
हाल ही में प्रमुख डेयरी कंपनियों ने दूध के दाम में ₹2 से ₹3 प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की है। इसके पीछे कारण बताया गया है कि चारे और पशु पालन से जुड़ी लागत में वृद्धि हुई है। लेकिन इसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ा है, जिन्हें अब हर दिन ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है।
सब्ज़ियां और फल भी जेब से बाहर
टमाटर, प्याज़, आलू जैसी ज़रूरी सब्ज़ियों की कीमतें फिर से चढ़ने लगी हैं। टमाटर ₹40-₹60 प्रति किलो, प्याज़ ₹30-₹40 और आलू ₹25-₹30 किलो तक बिक रहा है। वहीं फलों की बात करें तो सेब, अंगूर, केले जैसे फल पहले से ही आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गए हैं। सेब ₹180-₹200 किलो, अंगूर ₹120 किलो और केले ₹60 दर्जन तक पहुंच गए हैं।
रसोई गैस बनी ‘आग का गोला’
सरकार ने हाल ही में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में ₹50 की वृद्धि कर दी है। इसके बाद अब गैर-सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर ₹1,100 के पार हो चुका है, जो पहले से ही महंगाई से जूझ रही जनता के लिए एक और झटका है।
जनता की नाराज़गी, राहत की मांग
महंगाई की इस लहर से आम लोगों में गहरी नाराज़गी है। कई लोगों का कहना है कि आय तो स्थिर है, लेकिन खर्चे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लोगों ने सरकार से मांग की है कि वह महंगाई पर नियंत्रण पाने के लिए ठोस कदम उठाए और ज़रूरी वस्तुओं पर सब्सिडी या राहत पैकेज की घोषणा करे।