
“लक्ष्म्या स्तनुत उत्पन्नं महादेवस्य च प्रियम्
बिल्ववृक्षं प्रयच्छामि एक बिल्वं शिवार्पणम् ॥”
यह श्लोक “एकबिल्व स्तोत्र” से लिया गया है, जो शिवजी की विशेष पूजा में बोला जाता है। यह दर्शाता है कि बिल्वपत्र, जो भगवती लक्ष्मी से उत्पन्न हुआ है और महादेव को अत्यंत प्रिय है, उसे भक्त पूरी श्रद्धा से समर्पित करता है। बिल्वपत्र अर्पण से शिवजी अति प्रसन्न होते हैं और भक्त को मनवांछित फल प्राप्त होते हैं।
🔯 आज का पंचांग (11 अप्रैल 2025 – शुक्रवार):
📆 तिथि: चैत्र शुक्ल चतुर्दशी
📜 विक्रम संवत: 2082, संवत्सर – सिद्धार्थी
☀️ सूर्य उदय: 6:04 AM | 🌇 सूर्यास्त: 6:41 PM
🌙 चंद्रमा: कन्या राशि में
💫 नक्षत्र:
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सुबह 8:29 तक – उत्तरा फाल्गुनी (चरण 4)
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दोपहर 3:10 से – हस्त (चरण 1)
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रात 9:54 से – हस्त (चरण 2)
🔮 योग:
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🟢 सायं 7:45 तक: ध्रुव योग (शुभ) – स्थिर कार्यों के लिए श्रेष्ठ
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🔴 उसके बाद: व्याघात योग – अशुभ, हानि संभावित
📿 आज का विशेष पर्व:
🪴 🔱 शिव दमनोत्सव 🔱
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विशेष शिव पूजा का दिन
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वैवाहिक जीवन की बाधाएं, वैयक्तिक समस्याओं से मुक्ति हेतु विशेष लाभकारी
🧭 आज की शुभ दिशा:
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दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम
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🚫 पश्चिम दिशा – यात्रा से बचें (जौ खाकर जाना हो तो दोष निवारण हो सकता है)
🪐 ग्रह स्थिति (Gochar):
ग्रह | राशि | नक्षत्र व चरण | नक्षत्र स्वामी |
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🌞 सूर्य | मीन | रेवती चरण 4 | बुद्ध |
🔴 मंगल | कर्क | पुनर्वसु चरण 4 | गुरु |
🟢 बुध | मीन | पूर्व भाद्रपद / उत्तर भा. | शनि |
🟡 गुरु | वृष | मृगशिरा चरण 1 | मंगल |
💖 शुक्र | मीन (वक्री) | उत्तर भाद्रपद चरण 4 | शनि |
🪔 शनि | मीन | पूर्व भाद्रपद चरण 4 | गुरु |
⚫ राहु | मीन | पूर्व भाद्रपद चरण 4 | शनि |
⚪ केतु | कन्या | उत्तरा फाल्गुनी चरण 2 | सूर्य |
❌ राहुकाल:
🕒 10:30 AM से 12:00 PM तक – इस समय में कोई भी नया, महत्वपूर्ण या शुभ कार्य न करें।
🧘♀️ दैनिक लग्न सारणी:
समय | लग्न |
---|---|
6:11 तक | मीन |
7:47 तक | मेष |
9:42 तक | वृषभ |
11:56 तक | मिथुन |
2:16 तक | कर्क |
4:34 तक | सिंह |
6:50 तक | कन्या |
9:09 तक | तुला |
11:28 तक | वृश्चिक |
1:32 तक | धनु |
🌿 हर हर महादेव