
आज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थिति
चैत्र पूर्णिमा के दिन व्रत करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है।
सिंधु-तरन, सिय-सोच-हरन, रबि-बाल-बरन तनु ।
भुज बिसाल, मूरति कराल कालहुको काल जनु ।।
गहन-दहन-निरदहन लंक निःसंक, बंक-भुव ।
जातुधान-बलवान-मान-मद-दवन पवनसुव ।।
कह तुलसिदास सेवत सुलभ सेवक हित सन्तत निकट ।
गुन-गनत, नमत, सुमिरत, जपत समन सकल-संकट-विकट ।।१।।
भावार्थ :- जिनके शरीर का रंग उदयकाल के सूर्य के समान है, जो समुद्र लाँघकर श्रीजानकीजी के शोक को हरने वाले, आजानु-बाहु, डरावनी सूरत वाले और मानो काल के भी काल हैं। लंका-रुपी गम्भीर वन को, जो जलाने योग्य नहीं था, उसे जिन्होंने निःसंक जलाया और जो टेढ़ी भौंहो वाले तथा बलवान् राक्षसों के मान और गर्व का नाश करने वाले हैं, तुलसीदास जी कहते हैं – वे श्रीपवनकुमार सेवा करने पर बड़ी सुगमता से प्राप्त होने वाले, अपने सेवकों की भलाई करने के लिये सदा समीप रहने वाले तथा गुण गाने, प्रणाम करने एवं स्मरण और नाम जपने से सब भयानक संकटों को नाश करने वाले हैं
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
🌕सूर्य उत्तरायण, ऋतु-: वसंत
सूर्य उदय : प्रातः 6/03
सूर्य अस्त : सायं 6/42
📺 चैत्र मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 12/4/2025
दिन-: शनिवार
🌕 चंद्रमा-: कन्या राशि में
🥳राशि स्वामी-: बुद्ध
🌱 आज का नक्षत्र -: हस्त सायं 6/08 तक उसके बाद चित्रा
💓 नक्षत्र स्वामी – : चंद्र/मंगल
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 8/29 से हस्त नक्षत्र चरण 4 में
दोपहर 3/10 से हस्त नक्षत्र चरण 1 में
रात्रि 9/54 से हस्त नक्षत्र चरण 2 में
🔥 योग -: रात्रि 8/40 तक व्याघात : किसी प्रकार का होने वाला आघात या लगने वाला धक्का। यदि इस योग में कोई कार्य किया गया तो बाधाएं तो आएगी ही साथ ही व्यक्ति को आघात भी सहन करना होगा। यदि व्यक्ति इस योग में किसी का भला करने जाए तो भी उसका नुकसान होगा।
उसके बाद हर्ष -: हर्षण योग को एक शुभ योग माना जाता है, खासकर ज्योतिष की दृष्टि से। यह योग व्यक्ति को भाग्यशाली और बुद्धिमान बनाता है। हर्षण योग में पैदा हुए व्यक्ति को अनेक विद्याओं का ज्ञान होता है और वह पौराणिक शास्त्रों का ज्ञाता होता है
आज के मुख्य पर्व
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🪴 चैत्र पूर्णिमा -: चैत्र पूर्णिमा के दिन व्रत करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है। इस दिन हनुमान जन्मोत्सव भी मनाया जाता है। इस पावन दिन हनुमान जी की पूजा करने से संकटों से मुक्ति मिलती है और सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सुख, धन और वैभव की प्राप्ति होती है। ,
हनुमान जयंती (दक्षिण भारत)
श्री सत्य नारायण व्रत
वैशाख स्नान प्रारंभ
♻️आज की शुभ दिशा -: दक्षिण,पश्चिम दक्षिण-पश्चिम
♻️ दिशा शूल -: पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर अदरक या उड़द खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
🌷सूर्य -: मीन राशि से रेवती नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
🛑मंगल -: कर्क राशि पुनर्वसु नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरु) प्रात: 6/06 से पुष्य नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌱 बुद्ध -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌕गुरु -: वृष राशि मृगशिरा नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
💃 शुक्र (वक्री) -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌊 शनि -: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरू)
🎥 राहु-: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛐केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
🤬राहु काल -: प्रात: 9/00 से 10/30 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 6/07 तक मीन
7/43 तक मेष
9/38 तक वृष
11/52 तक मिथुन
दोपहर 2/12 तक कर्क
सायं 4/30 तक सिंह
6/46 तक कन्या
रात्रि 9/05 तक तुला
11/24 तक वृश्चिक
1/28 तक धनु