लूट के इरादे से की थी 40 वर्षीय व्यक्ति की हत्या
गुरुग्राम, 13 अप्रैल 2025 — गुरुग्राम पुलिस ने एक ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने लूटपाट के इरादे से एक 40 वर्षीय व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। आरोपियों के कब्जे से मृतक का आधार कार्ड, बैग तथा हत्या में प्रयोग की गई बैल्ट बरामद की गई है।
घटनाक्रम: अज्ञात शव, परिजनों ने माना था ‘प्राकृतिक मौत’
दिनांक 06 मार्च 2025 को पुलिस थाना सेक्टर-14, गुरुग्राम को सूचना मिली कि बस स्टैंड के पास बने लोहे के फ्लाईओवर पर एक अज्ञात व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच के बाद शव को सेक्टर-10 के सरकारी अस्पताल भिजवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे “ब्रॉट डेड” घोषित किया।
पुलिस द्वारा पहचान के प्रयासों के बाद, 7 मार्च को मृतक के पिता शिवनाथ सिंह ने गुरुग्राम पहुंचकर शव की पहचान अपने बेटे जितेन्द्र सिंह (उम्र 40 वर्ष), निवासी फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश) के रूप में की। उन्होंने एक लिखित पत्र में बताया कि उनका बेटा पिछले 3.5 सालों से शराब की लत के कारण घर से दूर रह रहा था और इधर-उधर घूमता था। उन्होंने बेटे की मौत को भूख, सर्दी और शराब के असर से हुई प्राकृतिक मृत्यु बताया और कहा कि इसमें किसी का कोई दोष नहीं है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुला हत्या का राज
हालांकि, 4 अप्रैल 2025 को जब जितेन्द्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, तो पुलिस चौंक गई। रिपोर्ट में साफ उल्लेख था कि मृतक की मौत मारपीट से हुई है। इस आधार पर पुलिस ने हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
तीन आरोपी गिरफ्तार, बिहार और यूपी से गिरफ्तारी
जांच में तेजी लाते हुए थाना सेक्टर-14 की टीम ने 10 अप्रैल को दो आरोपियों — अनुराग (जिला कन्नौज, यूपी) और मोहित मिश्रा (जिला बलिया, यूपी) — को गुरुग्राम बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया। वहीं, तीसरे आरोपी विकास उर्फ दुर्लभ (जिला मधुबनी, बिहार) को 13 अप्रैल को बिहार से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने कोर्ट में पेश कर अनुराग और मोहित को 2 दिन की रिमांड पर लिया, जबकि विकास को 1 दिन की पुलिस हिरासत में सौंपा गया है।
हत्या का खुलासा: लूट के दौरान मारा गया था जितेन्द्र
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे ऑटो रिक्शा चलाते हैं और रात के समय ऐसे लोगों को निशाना बनाते हैं जो अकेले घूमते या सोते हैं। जितेन्द्र सिंह बस स्टैंड के पास फ्लाईओवर के नीचे सो रहा था, जब इन तीनों ने उसका बैग चुराने की कोशिश की। जागने पर विरोध करने पर आरोपियों ने उसकी बैल्ट से पिटाई की और उसका सामान लेकर फरार हो गए। मारपीट इतनी गंभीर थी कि जितेन्द्र की मौके पर ही मौत हो गई।
साक्ष्य बरामद: आधार कार्ड, बैग, बेल्ट
पुलिस ने आरोपियों के पास से मृतक जितेन्द्र का आधार कार्ड, बैग और हत्या में प्रयुक्त बेल्ट बरामद की है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है और उनसे जुड़े अन्य मामलों की भी जांच जारी है।
पुलिस की कार्यवाही जारी
अनुराग और मोहित को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि आरोपी विकास से पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड लिया गया है। पुलिस इस केस को बड़ी कामयाबी मान रही है क्योंकि यह एक ऐसा मामला था जिसमें प्रारंभिक तौर पर हत्या का कोई सुराग नहीं था।