
यह अवसर श्री राधा और श्री कृष्ण के प्रेम और भक्ति में लीन होने का है।
बरसाना 16 अप्रैल 2025 को, बरसाना स्थित ललिता सखी उचागांव से द्वितीय गहवर वन परिक्रमा की शुरुआत होगी। यह परिक्रमा विशेष रूप से श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक महत्व रखती है। यह अवसर श्री राधा और श्री कृष्ण के प्रेम और भक्ति में लीन होने का है।
गहवर वन, जिसे राधा कृष्ण के प्रेम और उपासना की भूमि माना जाता है, के चारों ओर की यात्रा शांति और आत्मिक उन्नति का माध्यम बनती है।
इस परिक्रमा में राधा कृष्ण के भव्य चरणों में श्रद्धा अर्पित की जाएगी और भक्तजन एक साथ मिलकर भक्ति मार्ग पर चलेंगे। यह परिक्रमा विशेष रूप से उन भक्तों के लिए है जो श्री राधा कृष्ण की महिमा का अनुभव करना चाहते हैं और अपने जीवन में प्रेम और भक्ति की शक्ति का अनुभव करना चाहते हैं।
परिक्रमा का उद्देश्य:
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आध्यात्मिक उन्नति और भक्ति में वृद्धि
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राधा कृष्ण के चरणों में प्रेम और श्रद्धा अर्पित करना
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जीवन में शांति और समृद्धि की प्राप्ति
विशेष बातें:
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सभी भक्तगण समय पर पहुँच कर गहवर वन परिक्रमा में भाग लें।
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यह आयोजन पूरी तरह से धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।
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परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी।
आध्यात्मिक काव्य और भजन:
परिक्रमा के दौरान भक्तगण भजन और कीर्तन में हिस्सा लेंगे, जो इस आयोजन को और भी आनंदमय और भावनात्मक बनाएगा।
आपका स्वागत है:
हम सबका आमंत्रण है कि इस भव्य आयोजन में भाग लेकर हम श्री राधा कृष्ण के चरणों में अपने ह्रदय को अर्पित करें।
आध्यात्मिक लाभ:
गहवर वन परिक्रमा के माध्यम से भक्तों को मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति, और जीवन में शुभता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।