
अयिकलि कल्मष नाशिनि कामिनी, वैदिक रूपिणि वेदमये,
क्षीर समुद्भव मंगल रूपणि, मन्त्र निवासिनी मन्त्रयुते।
मंगलदायिनि अम्बुजवासिनि, देवगणाश्रित पादयुते,
जय जय हे मधुसूदन कामिनी, धान्यलक्ष्मी परिपालय माम् ।।
अर्थ: धान्य लक्ष्मी- हे धान्यलक्ष्मी, तुम प्रभु की प्रिय हो, कलि युग के दोषों का नाश करती हो, तुम वेदों का साक्षात् रूप हो, तुम क्षीरसमुद्र से जन्मी हो, तुम्हारा रूप मंगल करने वाला है, मंत्रो में तुम्हारा निवास है और तुम मन्त्रों से ही पूजित हो।
तुम सभी को मंगल प्रदान करती हो, तुम अम्बुज (कमल) में निवास करती हो, सभी देवगण तुहारे चरणों में आश्रय पाते हैं, मधुसूदन की प्रिय हे देवी धान्य लक्ष्मी! तुम्हारी जय हो, जय हो, तुम मेरा पालन करो
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
🌕सूर्य उत्तरायण, ऋतु-: वसंत
सूर्य उदय : प्रातः 5/59
सूर्य अस्त : सायं 6/41
📺 वैशाख मास कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 15/4/2025
दिन-: मंगलवार
🌕 चंद्रमा-: तुला राशि में रात्रि 8/26 तक उसके बाद वृश्चिक राशि में
🥳राशि स्वामी-: शुक्र/मंगल
🌱 आज का नक्षत्र -: विशाखा
💓 नक्षत्र स्वामी – : गुरु
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 6/58 से विशाखा नक्षत्र चरण 2 में
दोपहर 1/43 से विशाखा नक्षत्र चरण 3 में
रात्रि 8/27 से विशाखा नक्षत्र चरण 4 में
🔥 योग -: रात्रि 11/33 तक सिद्धि-: इस योग में प्रभु का नाम जपने से जातक को उत्तम परिणाम प्राप्त होते हैं। वहीं इस योग में जो भी कार्य किया जाता है उसमें सफलता जरूर मिलती है।
आज के मुख्य पर्व
.♻️आज की शुभ दिशा -: दक्षिण-पूर्व
♻️ दिशा शूल -: उत्तर दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर गुड़ खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
🌷सूर्य -: मेष राशि अश्विनी नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी केतु)
🛑मंगल -: कर्क राशि पुष्य नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌱 बुद्ध -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌕गुरु -: वृष राशि मृगशिरा नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
💃 शुक्र -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌊 शनि -: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरू)
🎥 राहु-: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛐केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
🤬राहु काल -: दोपहर 3/30 से सायं 5/00 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 5/55 तक मीन
7/31 तक मेष
9/26 तक वृष
11/41 तक मिथुन
दोपहर 2/02 तक कर्क
सायं 4/18 तक सिंह
6/34 तक कन्या
रात्रि 8/53 तक तुला
11/12 तक वृश्चिक
1/16 तक धनु