
लखनऊ, 15 अप्रैल – उत्तर प्रदेश, जो पहले देश की नजरों में गंदगी और गरीबी की पहचान बना हुआ था, आज अपनी छवि में पूरी तरह से बदलाव ला चुका है। राज्य ने अपनी सशक्त नीति और कड़े प्रयासों के माध्यम से न केवल राज्य में विकास की दिशा को सही किया, बल्कि इस परिवर्तन ने भारत की छवि को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूती से प्रस्तुत किया है।
हाल ही में आयोजित महाकुंभ का उदाहरण इस बदलाव को स्पष्ट रूप से दिखाता है, जहां दुनियाभर से आए श्रद्धालुओं ने न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि भारत के सामर्थ्य और समृद्धि को देखा। महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु जो विभिन्न देशों से पहुंचे, उन्होंने राज्य की व्यवस्था, स्वच्छता और सार्वजनिक सुविधाओं की तारीफ की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास, स्वच्छता अभियान और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनका असर साफ तौर पर दिख रहा है। महाकुंभ के आयोजन से यह स्पष्ट हो गया कि उत्तर प्रदेश अब एक शक्तिशाली राज्य के रूप में उभर चुका है और इसे एक नया पहचान मिल चुकी है।
प्रदेश में की गई व्यवस्थाओं और सुधारों की वजह से आज उत्तर प्रदेश को केवल एक धार्मिक स्थल के रूप में ही नहीं, बल्कि एक समृद्ध और व्यवस्थित राज्य के रूप में जाना जा रहा है। राज्य सरकार के प्रयासों ने न केवल राज्यवासियों की स्थिति को बेहतर किया है, बल्कि प्रदेश के भीतर निवेश और विकास को भी बढ़ावा दिया है।
महाकुंभ के दौरान न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि बाहरी देशों से आए पर्यटकों और श्रद्धालुओं ने प्रदेश के विकास और सुरक्षा को सराहा। यह आयोजन यह साबित करने के लिए पर्याप्त था कि उत्तर प्रदेश अब एक नई दिशा की ओर अग्रसर है, जो हर दृष्टि से विकास और समृद्धि की ओर बढ़ रहा है।
आगे चलकर उत्तर प्रदेश अपने विकास के नए मापदंडों को स्थापित करने में सफल होगा, और महाकुंभ जैसे आयोजन प्रदेश की नई पहचान को मजबूत करेंगे।