
– बिजली और पेयजल की निर्बाध उपलब्धता सुनिश्चत करें अधिकारी: डीसी
– डीसी ने हीट वेव से बचाव को लेकर जागरूकता बढ़ाने के भी दिए निर्देश
गुरुग्राम, 16 अप्रैल – उपायुक्त अजय कुमार ने बुधवार को गर्मी के मौसम में हीट वेव व हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए और मॉनसून में जलभराव से निपटने को लेकर की जा रही तैयारियों को लेकर लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उपायुक्त ने बैठक के दौरान जीएमडीए, नगर निगम गुरुग्राम व मानेसर, कृषि विभाग, सिंचाई विभाग, पशु पालन विभाग, पंचायती राज, डब्ल्यूसीडी, फ़ॉरेस्ट, एनएचएआई, लेबर डिपार्टमेंट, पुलिस विभाग और पब्लिक हेल्थ के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मी और लू से बचाव हेतु सभी जरूरी इंतजाम और तैयारियां समय पर सुनिश्चित की जाएं।
हीट वेव से संबंधित जानकारी के लिए जिला में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाए।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हीट वेव व हीट स्ट्रोक से बचाव के संबंध में लोगों को जागरूक करें। लोगों को बताएं कि गर्मी से बचने के लिए वे क्या करें और क्या न करें। बच्चों व बुजुर्गों को भी गर्मी से बचने व अधिक धूप में बाहर जाने से बचने संबंधी गाइडलाइन का अधिक से अधिक प्रचार करें। सभी अस्पतालों, पीएचसी व सीएचसी पर पर्याप्त मात्रा में दवाइयां व ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित करें। हीट वेव से संबंधित जानकारी के लिए जिला में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाए।
गांवों में बने तालाबों में स्वच्छ पानी भरवाएं और पशुओं को गर्मी से बचाने के लिए एडवाइजरी
डीसी ने पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि गांवों में बने तालाबों में स्वच्छ पानी भरवाएं और पशुओं को गर्मी से बचाने के लिए एडवाइजरी जारी करें। सभी बस अड्डों पर यात्रियों के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। गुरुग्राम के सार्वजनिक व महत्वपूर्ण स्थानों पर प्याऊ व मटकों में पानी भरवाने और पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जनस्वास्थ्य विभाग को पेयजल सप्लाई की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और समय-समय पर पानी की टेस्टिंग करवाने को कहा गया। बिजली विभाग को गर्मी के मौसम में सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया।
मटकों में पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
श्रम विभाग को मजदूरों के लिए लू से बचाव हेतु एडवाइजरी जारी करने व कैंप लगाकर योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। अग्निशमन विभाग को कर्मचारियों को बेहतर प्रशिक्षण देने और रिस्पांस टाइम में तेजी लाने के निर्देश मिले। वन विभाग को वन्यजीवों व पशुओं के लिए जल स्रोत सुनिश्चित करने, जल संचयन को बढ़ावा देने और जंगल में आग से बचाव हेतु निगरानी रखने के निर्देश दिए। बैठक में पंचायती राज संस्थाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को हीट वेव से बचाव की जानकारी देने व सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ और मटकों में पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। परिवहन विभाग को बसों में पीने के पानी और ओआरएस देने और यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि यात्रियों को उपलब्ध कराया जाने वाला पानी पूर्णतः साफ और स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप हो।
बरसात के दिनों में यातायात सुविधा सुचारू रखने के लिए जल भराव जैसी समस्या नहीं होनी चाहिए।
उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि बरसात के दिनों में यातायात सुविधा सुचारू रखने के लिए जल भराव जैसी समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी तालमेल बनाकर जहां-जहां बरसाती पानी जमा होता है उन जगहों का निरीक्षण करें। इससे नियमानुसार पानी निकासी के लिए जो भी इंतजाम हो सके उनको जल्द से जल्द पूरा करे। उन्होंने कहा कि अंडरपास में होने वाले जलभराव की निकासी के लिए उचित व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे पानी तेजी से बाहर निकल सके। भारी बारिश के दौरान तुरंत जल निकासी के लिए मोटर पंप लगाए जाएं। इसके अलावा जल निकासी के लिए बनाए गए नाले की नियमित सफाई कराना सुनिश्चित करें ताकि सिल्ट जमा न हो। इससे कचरा और मिट्टी जल प्रवाह को बाधित नहीं करेगा।
बैठक में जीएम रोडवेज भारत भूषण गोगिया, सोहना के एसडीएम संजीव कुमार, जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह, जिला आपदा प्रबंधन से प्रोजेक्ट ऑफिसर पूनम,