
प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम्।
तृतीयं कृष्णपिङ्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम्॥
लम्बोदरं पञ्चमं च षष्ठं विकटमेव च।
सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्णं तथाष्टमम्॥
नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम्।
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम्॥
अर्थ:
जिनका पहला नाम ‘वक्रतुण्ड’ है, दूसरा ‘एकदन्त’ है, तीसरा ‘कृष्णपिङ्गाक्षं’ है, चौथा ‘गजवक्त्र’ है, पाँचवाँ ‘लम्बोदर’, छठा ‘विकट’, सातवाँ ‘विघ्नराजेन्द्रं’, आठवाँ ‘धूम्रवर्ण’, नौवां ‘भालचंद्र’, दसवाँ ‘विनायक’, ग्यारहवाँ ‘गणपति’, और बारहवाँ नाम ‘गजानन’ है।
उनको नमस्कार है
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
🌕सूर्य उत्तरायण, ऋतु-: वसंत
सूर्य उदय : प्रातः 5/58
सूर्य अस्त : सायं 6/44
📺 वैशाख मास कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि दोपहर 1/18 तक
अंग्रेजी दिनांक-: 16/4/2025
दिन-: बुद्धवार
🌕 चंद्रमा-: वृश्चिक राशि में
🥳राशि स्वामी-: मंगल
🌱 आज का नक्षत्र -: अनुराधा
💓 नक्षत्र स्वामी – : शनि
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 9/52 से अनुराधा नक्षत्र चरण 2 में
दोपहर 4/33 से अनुराधा नक्षत्र चरण 3 में
रात्रि 11/14 से अनुराधा नक्षत्र चरण 4 में
🔥 योग -: व्यतिपात -: इस योग में आध्यात्मिक उन्नति का अवसर होता है. इस योग में जन्म लेने वाले जातकों का पालन-पोषण कठिनाइयों वाला होता है |
आज के मुख्य पर्व
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🪴-:श्री गणेश चतुर्थी व्रत, सर्वार्थ सिद्ध योग
♻️आज की शुभ दिशा -: दक्षिण,पूर्व, दक्षिण-पश्चिम
♻️ दिशा शूल -: उत्तर दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर धनिया या तिल खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
🌷सूर्य -: मेष राशि अश्विनी नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी केतु)
🛑मंगल -: कर्क राशि पुष्य नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌱 बुद्ध -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌕गुरु -: वृष राशि मृगशिरा नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
💃 शुक्र -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌊 शनि -: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरू)
🎥 राहु-: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛐केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
🤬राहु काल -: दोपहर 12/00 से 1/30 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 5/51 तक मीन
7/27 तक मेष
9/22 तक वृष
11/37 तक मिथुन
दोपहर 1/56 तक कर्क
सायं 4/14 तक सिंह
6/30 तक कन्या
रात्रि 8/49 तक तुला
11/08 तक वृश्चिक
1/12 तक धनु