
योगी आदित्यनाथ ने यह भी जोड़ा कि बाबा साहेब ने संविधान के माध्यम से कमजोर वर्गों को अधिकार प्रदान किए हैं
लखनऊ, 16 अप्रैल: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति अपमान को सख्ती से नकारते हुए कहा कि यदि किसी ने भी उनके द्वारा बनाए गए संविधान का अपमान किया, तो उसका परिणाम गंभीर होगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “बाबा साहेब हमारे पूजनीय और आदरणीय हैं, और किसी भी हालत में उनका अपमान सहन नहीं किया जाएगा।
अब किसी भी देश की हिम्मत नहीं हो सकती कि वह भारत की तरफ आंख उठाकर देख सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में बाबा साहेब के नाम पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ दलित और पिछड़े वर्गों के समाज के साथ-साथ अन्य समाज के लोगों को भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने दलित समुदाय के उत्थान के लिए कई कदम उठाए हैं और उन्हें पूर्ण अधिकार दिए हैं। योगी आदित्यनाथ ने यह भी जोड़ा कि बाबा साहेब ने संविधान के माध्यम से कमजोर वर्गों को अधिकार प्रदान किए हैं, और जो लोग उनके बनाए संविधान का अपमान करते हैं, वे न केवल उनका, बल्कि देश का भी अपमान कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (SP), और बहुजन समाज पार्टी (BSP) पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि ये पार्टियां बाबा साहेब के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करती हैं और उनका सही सम्मान नहीं करतीं। उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहेब ने समाज में समानता और न्याय की स्थापना के लिए जो कार्य किए हैं, उनका उचित सम्मान दिया जाना चाहिए और उनकी सरकार इस दिशा में काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने बाबा साहेब के पद चिन्हों पर चलकर देश की सेवा करने की अपील भी की, खासकर युवाओं से। इसके अलावा, योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत की सीमाएं और सुरक्षा मजबूत हुई हैं, और अब किसी भी देश की हिम्मत नहीं हो सकती कि वह भारत की तरफ आंख उठाकर देख सके।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि बाबा साहेब का योगदान भारतीय संविधान के निर्माण में अतुलनीय है, और उनका सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहेब के योगदान को सही तरीके से समझना और उसे सम्मानित करना बहुत जरूरी है, ताकि समाज में समानता और न्याय की स्थाई व्यवस्था बनी रहे।