
📍हरियाणा विधानसभा,
चंडीगढ़ 17 अप्रैल 2025,
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि एक अच्छा विधायी ड्राफ्ट न केवल वर्तमान समस्याओं का समाधान करता है, बल्कि समाज को प्रगति की दिशा में भी अग्रसर करता है। वे हरियाणा विधानसभा में आयोजित 36वें अंतर्राष्ट्रीय विधायी प्रारूपण प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोल रहे थे, जो 16 से 21 अप्रैल 2025 तक आयोजित किया जा रहा है।
🌍 13 देशों से आए 28 प्रतिभागी
इस कार्यक्रम में 13 देशों से आए 28 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जो कि लोकसभा सचिवालय के संसदीय लोकतंत्र अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (PRIDE) के सहयोग से आयोजित किया गया।
🗣️ मुख्यमंत्री के प्रमुख बिंदु:
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विधायी ड्राफ्टिंग केवल तकनीकी प्रक्रिया नहीं, यह दूरदर्शी कार्य है, जो समाज के मूल्यों, संवैधानिक आदर्शों और नागरिकों की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता है।
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हरियाणा सरकार ने ई-गवर्नेंस, डिजिटल विधायिका, पारदर्शिता, और सामाजिक क्षेत्र (शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण) में उल्लेखनीय प्रगति की है।
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राज्य एक आधुनिक, समावेशी और उत्तरदायी विधायी प्रणाली की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है।
💬 मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का उद्धरण:
“एक अच्छा विधायी ड्राफ्ट समाज की भावनाओं और संभावनाओं को भी ध्यान में रखता है। यह कानून की भाषा से अधिक, लोगों के जीवन को दिशा देने वाली शक्ति होनी चाहिए।“
📚 प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य:
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प्रतिनिधियों को विधायी प्रारूपण की बारीकियों, प्रक्रियाओं, संवैधानिक ढांचे और अनुभवजन्य उदाहरणों से अवगत कराना।
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वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना के तहत अंतरराष्ट्रीय सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देना।
🎁 सम्मान और सांस्कृतिक आदान-प्रदान:
कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और विधानसभा अध्यक्ष श्री हरविंदर कल्याण ने प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और हरियाणा की ओर से सदैव स्वागत का आश्वासन दिया।
“जब आप अपने देश लौटेंगे, तो भारत और हरियाणा की संस्कृति, मित्रता और अनुभवों की छाप अपने साथ लेकर जाएंगे,” — मुख्यमंत्री।