
ग्रामीण और दूरदराज़ इलाकों से आने वाले लोगों को अब दिल्ली या बड़े महानगरों की ओर नहीं जाना पड़ता
लखनऊ, 19 नवंबर (प्रतिनिधि)
उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार के नेतृत्व में राज्य तेज़ी से विकास की ओर अग्रसर है। वर्ष 2016 में जो वादे प्रदेश और देश की जनता से किए गए थे, वे अब जमीनी हकीकत बनते नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में स्वास्थ्य, शिक्षा, आधारभूत संरचना और रोजगार के क्षेत्र में ऐतिहासिक परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं।
विशेष रूप से स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2016 में गोरखपुर में एम्स (AIIMS) की आधारशिला रखी गई थी। आज वह सपना साकार हो चुका है। गोरखपुर एम्स आज न केवल पूर्वी उत्तर प्रदेश बल्कि बिहार, झारखंड और नेपाल सीमा से सटे इलाकों के लोगों के लिए एक जीवन रक्षक संस्थान बनकर उभरा है।
एम्स गोरखपुर में अत्याधुनिक सुविधाएं, विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम और विश्वस्तरीय इलाज ने हजारों मरीजों को नया जीवन दिया है। यह संस्थान अब प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे की रीढ़ बन चुका है। ग्रामीण और दूरदराज़ इलाकों से आने वाले लोगों को अब दिल्ली या बड़े महानगरों की ओर नहीं जाना पड़ता — उन्हें अपने ही राज्य में सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं मिल रही हैं।
डबल इंजन सरकार का यही संकल्प है — हर व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं। यह सरकार का दृढ़ विश्वास है कि जब तक नागरिक स्वस्थ नहीं होंगे, तब तक कोई भी राज्य या राष्ट्र विकसित नहीं बन सकता। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का यह विस्तार, सरकार की जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
गोरखपुर एम्स की सफलता इस बात का संकेत है कि उत्तर प्रदेश अब सिर्फ एक राज्य नहीं, बल्कि एक मॉडल स्टेट के रूप में उभर रहा है। प्रदेशवासी इस परिवर्तन को न केवल महसूस कर रहे हैं, बल्कि उसका लाभ भी उठा रहे हैं।
यह उपलब्धि न सिर्फ़ पूर्वांचल बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए एक प्रेरणास्रोत है, और यह दिखाता है कि जब राजनीतिक इच्छाशक्ति, योजनाबद्ध विकास और जनभागीदारी एक साथ मिलते हैं, तो असंभव भी संभव हो सकता है।