
राहु काल -: प्रात:9/00 से 10/30 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
आज का नक्षत्र -: मूल प्रात: 10/21 तक उसके बाद पूर्वाषाढा
ध्यायेदाजानुबाहुं घृतशरधनुषं बद्धपद्मासनस्थम, पीतं वासो वसानं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्ननम, ।
वामांकारुढ़ सीतामुखकमलमिल्ललोचनं नीरदाभम, नानालंकारदीप्तं दधतमुरुजटामंडनं रामचंद्रम ।।
अर्थात-: जो पीतांबर धारण किए हुए हैं, उनके हाथो में धनुष-बाण हैं, वह बद्ध पद्मासन की मुद्रा में विराजित हैं। जिनके प्रसन्नचित नेत्र नए-नए खिले हुए कमल पुष्प के समान आपस में स्पर्धा कर रहे हैं, जिनके बायीं ओर सीताजी विराजमान है और उनके मुख कमल मिले हुए हैं। हम उन नाना अलंकारों से विभूषित जटाधारी श्रीरामचंद्र का ध्यान करते है।
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
🌕सूर्य उत्तरायण, ऋतु-: ग्रीष्म
सूर्य उदय : प्रातः 5/55
सूर्य अस्त : सायं 6/46
📺 वैशाख मास कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 19/4/2025
दिन-: शनिवार
🌕 चंद्रमा-: धनु राशि में
🥳राशि स्वामी-: गुरु
🌱 आज का नक्षत्र -: मूल प्रात: 10/21 तक उसके बाद पूर्वाषाढा
💓 नक्षत्र स्वामी – : केतु/शुक्र
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश-:
प्रात: 10/21 से पूर्वाषाढा नक्षत्र चरण 1 में
सायं 4/43 से पूर्वाषाढा नक्षत्र चरण 2 में
रात्रि 11/05 से पूर्वाषाढा नक्षत्र चरण 3 में
🔥 योग -: शिव : एक ज्योतिषीय योग है, भगवान शिव के नाम पर बना शिव योग वैदिक ज्योतिष में उच्च ज्ञान, सद्गुण और सफलता का मिश्रण दर्शाता है। यह शुभ योग जातक को रणनीतिक कौशल, नेतृत्व क्षमता और विजयी जीवन का आशीर्वाद देता है।
आज के मुख्य पर्व/भद्रा/पंचक/गन्डमूल आदि
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🪴-: गन्डमूल प्रात: 10/21 तक, सूर्य सायन वृष में
♻️आज की शुभ दिशा -: पश्चिम,दक्षिण,दक्षिण- पश्चिम
♻️ दिशा शूल -: पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर अदरक या उड़द खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
🌷सूर्य -: मेष राशि अश्विनी नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी केतु)
🛑मंगल -: कर्क राशि पुष्य नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌱 बुद्ध -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌕गुरु -: वृष राशि मृगशिरा नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
💃 शुक्र -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌊 शनि -: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरू)
🎥 राहु-: मीन राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛐केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
🤬राहु काल -: प्रात:9/00 से 10/30 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 5/39 तक मीन
7/15 तक मेष
9/11 तक वृष
11/25 तक मिथुन
दोपहर 1/45 तक कर्क
सायं 4/02 तक सिंह
6/19 तक कन्या
रात्रि 8/37 तक तुला
10/56 तक वृश्चिक
1/00 तक धनु