
आचार्य लोकेशजी के जन्मोत्सव पर “शांति सद्भावना दिवस” समारोह को सर्वधर्म संतों, जनप्रतिनिधियों ने संबोधित किया।
आचार्य लोकेशजी ने विश्व में भारत देश और मानवता का गौरव बढ़ाया है- ब्रह्मर्षि गुरवानन्द
भारत भूमि पर जन्में जैन आचार्य लोकेशजी का योगदान विश्व पटल पर अंकित – सर्वधर्म संत
गुरुग्राम/ नई दिल्ली, 20 अप्रैल 2025: विश्व शांति केंद्र के संथापक जैन आचार्य लोकेशजी के जन्मोत्सव के अवसर पर तिरूपति के ब्रह्मर्षि गुरवानन्द स्वामी, रामानुजाचार्य जियर स्वामी, गोस्वामी सुशीलजी महाराज, इमाम उमेर अहमद इलियासीजी, सरदार जे पी साहनी सहित सर्वधर्म संतों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, समाजसेवियों की उपस्थिती में शांति सद्भावना दिवस का आयोजन विश्व शांति केंद्र में हुआ।इस अवसर पर उपस्थित महानुभावों ने आचार्य लोकेशजी को जन्मदिन की बधाई देते हुये उनकी लंबी आयु की कामना की |
अनेकता मे एकता और वसुधैव कुटुम्बकम भारतीय संस्कृति की पहचान है
अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य लोकेशजी ने इस अवसर पर कहा कि अनेकता मे एकता और वसुधैव कुटुम्बकम भारतीय संस्कृति की पहचान है, जिसकी आज विश्व जनमानस को आवश्यकता है | विश्व शांति सद्भावना स्थापित करने का मूल मंत्र आपसी सामंजस्य व सर्वांगीण विकास है | उन्होने जन्म दिन पर हम सब संकल्प करें कि भगवान महावीर की शिक्षाओं के अनुसार भारत देश को भव्य और दिव्य बनाने के लिए निरंतर प्रयास करेंगे
ब्रह्मर्षि गुरवानन्द स्वामी जी ने कहा कि शांति, अहिंसा, एकता और मानवता के संदेश को विश्व व्यापी फैलाकर आचार्य लोकेशजी ने वैश्विक स्तर पर भारत का गौरव बढ़ाया है।
विश्व धर्म संसद, संयुक्त राष्ट्र संघ, भारत, अमेरिका
ब्रिटेन कि संसद में भी विश्व शांति और सद्भावना का संदेश दिया है |
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री ने कैलाश चौधरी एवं छत्तीसगढ़ के मंत्री लालचंद बाफणा ने कहा कि आचार्यश्री लोकेशजी ने धर्म और अध्यात्म को समाज सेवा के कार्यों से जोड़कर समाज और राष्ट्र को दिशा दी है | विश्व धर्म संसद, संयुक्त राष्ट्र संघ, भारत, अमेरिका और ब्रिटेन कि संसद में भी विश्व शांति और सद्भावना का संदेश दिया है |
भारतीय सर्वधर्म संसद के संयोजक गोस्वामी सुशीलजी महाराज ने कहा कि शांति सद्भावना दिवस का आयोजन समाज में आपसी भाईचारा, प्रेम व करुणा की भावना को जागृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मैंने उन्हीं से जैन धर्म को जाना है
अखिल भारतीय इमाम संगठन के अध्यक्ष इमाम उमेर अहमद इलियासी ने कहा कि आचार्य लोकेश जी को मानवतावादी प्रयासों के लिए उन्हे अमेरिकन प्रेसिडेंशियल, भारत सरकार के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सांप्रदायिक सद्भावना पुरस्कार जैसे प्रख्यात सम्मनों से नवाजा गया है मैंने उन्हीं से जैन धर्म को जाना है और हम सब मिलकर देश में एकता व सद्भावना के लिए कार्य करते हैं।
इस अवसर पर प्रख्यात समाजसेवी डॉ आलोक ड्रोलिया, सिक्ख समाज से समाजसेवी डॉ जे पी साहनी, रीलिजन वर्ड के संस्थापक भव्य श्रीवास्तव, जीतो के संजय जैन, ब्रह्मर्षि परिवार से संजय शर्मा पार्षद , गगनदीप ने अपने विचार व्यक्त किये।
अहिंसा विश्व भारती और विश्व शांति केंद्र के सभी कार्यकर्ता और सहयोगियों ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में पूर्ण सहयोग दिया |