
उत्तर प्रदेश महाकुंभ 2025: श्रद्धालुओं और विदेशी पर्यटकों ने कानून व्यवस्था, सफाई और प्रशासन की जमकर की तारीफ
लखनऊ, 22 अप्रैल 2025 , उत्तर प्रदेश में संपन्न हुए महाकुंभ 2025 ने एक बार फिर राज्य को वैश्विक मानचित्र पर उजागर किया है। लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने इस धार्मिक महाकुंभ में भाग लिया थी।, जहां उन्होंने न केवल अपनी आस्था व्यक्त की, बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार की उत्कृष्ट कानून व्यवस्था, स्वच्छता और ट्रैफिक प्रबंधन की भी जमकर तारीफ की।
शिवलिंग पार्क – महाकुंभ का आकर्षण
महाकुंभ में शिवलिंग पार्क को विशेष रूप से तैयार किया गया था, जो आकर्षण का केंद्र बन गया। पार्क को वेस्ट मटीरियल (कचरे) से तैयार किया गया था, और यह पर्यावरण जागरूकता और आस्था का अद्वितीय मिश्रण प्रस्तुत कर रहा था। इस पार्क में श्रद्धालुओं को न केवल आध्यात्मिक सुख मिला, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश भी मिला। इसी मॉडल पर आगे मथुरा और अयोध्या में कृष्ण लोक पार्क और लव-कुश पार्क बनाने की योजना है।
विदेशी श्रद्धालुओं की प्रशंसा
महाकुंभ में भाग लेने के लिए अमेरिका, जापान, चीन, पाकिस्तान सहित अन्य देशों से भी श्रद्धालु पहुंचे थे। इन श्रद्धालुओं ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन की तारीफ की। महाकुंभ के दौरान कोई बड़ी सुरक्षा घटना नहीं हुई, और श्रद्धालु बिना किसी डर के धर्म स्थल पर पहुंचे।
“महाकुंभ का आयोजन बहुत ही सुरक्षित और व्यवस्थित था, और यहां की सफाई व्यवस्था भी बहुत प्रभावी थी।” – एक विदेशी श्रद्धालु का बयान।
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी की सराहना
महाकुंभ की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शिता और प्रबंधन को भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने बहुत सराहा। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था और प्रशासनिक व्यवस्था की कार्यकुशलता ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित कर दिया।
“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के दौरान जिस तरह से प्रशासनिक प्रबंधन किया, वह न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण है।” – विदेशी श्रद्धालु
भारत में अब एक नए पर्यटन स्थल के रूप में पहचान बनाते अयोध्या और प्रयागराज
महाकुंभ के सफल आयोजन ने प्रयागराज और अयोध्या को न केवल धार्मिक स्थल के रूप में, बल्कि प्रमुख पर्यटन स्थलों के रूप में भी स्थापित कर दिया है। इस आयोजन में शामिल हुए विदेशी पर्यटक अब उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख सांस्कृतिक और धार्मिक हब के रूप में पहचानने लगे हैं।
इसके अलावा, महाकुंभ में किये गए प्रयासों को लेकर अब अंग्रेजों समेत दुनिया के विभिन्न देशों में भी चर्चा हो रही है। “नमामि गंगे प्रोग्राम” और राज्य सरकार के पर्यावरण अनुकूल योजनाओं को भी सराहा गया।
नशामुक्ति और जागरूकता का संदेश
महाकुंभ में स्वच्छता और नशामुक्ति के महत्व को भी जोरशोर से प्रचारित किया गया। “नशा मुक्त उत्तर प्रदेश” का संदेश महाकुंभ के विभिन्न आयोजनों में दिया गया, जिससे लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया।
उत्तर प्रदेश की भविष्यवाणी – एक नई दिशा
राज्य सरकार के द्वारा चलाए गए कार्यक्रमों ने न केवल इस महाकुंभ को सफल बनाया बल्कि यह भी सिद्ध कर दिया कि उत्तर प्रदेश अब न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र के रूप में, बल्कि एक सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र के रूप में भी उभर रहा है। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश का यह महाकुंभ अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श बन सकता है।
महाकुंभ 2025 के आयोजन ने एक ओर साबित कर दिया कि उत्तर प्रदेश का प्रशासन सक्षम और प्रभावी है, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व क्षमता ने इसे एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया। यह आयोजन न केवल धार्मिक था, बल्कि सुरक्षा, सफाई और प्रशासन की कार्यकुशलता के लिए भी एक मिसाल बन चुका है। उत्तर प्रदेश का यह महाकुंभ अब वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना चुका है, और आने वाले समय में यहां पर्यटन और धार्मिक यात्रा को लेकर और भी बड़े कदम उठाए जाएंगे।