
जम्मू-कश्मीर फिर दहला: पहलगाम आतंकी हमले में 27 की मौत,
बैसारन, पहलगाम, जम्मू-कश्मीर 22-23 अप्रैल 2025,
🌍 पर्यटन की जन्नत बनी आतंक का मैदान
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसारन घाटी में मंगलवार दोपहर को एक भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें अब तक 27 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है और 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हमले की भयावहता ने लोगों को 2019 के पुलवामा हमले की याद दिला दी है, जिसने पूरे देश को शोकाकुल कर दिया था।
इस बार निशाना बने वे निर्दोष पर्यटक, जो घाटी की खूबसूरती देखने आए थे — देश-विदेश से। हमला इतना क्रूर था कि आतंकियों ने नाम, जाति पूछने के बाद कपड़े उतरवाए और फिर गोली मार दी।
🧨 हमले का मास्टरमाइंड और संगठन
इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक मुखौटा संगठन है। सूत्रों के मुताबिक, सैफुल्लाह नामक आतंकी इस हमले का मास्टरमाइंड है, जो पहले पुलवामा हमले में भी संदिग्ध था और पाक अधिकृत कश्मीर से ऑपरेट करता है।
😢 मारे गए नागरिकों में कौन-कौन शामिल
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उत्तर प्रदेश के शुभम द्विवेदी, जिन्हें आतंकियों ने नाम पूछकर गोली मारी
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महाराष्ट्र, कर्नाटक, ओडिशा, गुजरात, तमिलनाडु के पर्यटक
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नेपाल और UAE के दो विदेशी नागरिक
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दो स्थानीय निवासी भी हमले का शिकार हुए
🇮🇳 सरकार की त्वरित कार्रवाई और संवेदनाएं
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गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर और बैसारन घाटी पहुंचकर पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और घायलों से मुलाकात की
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़ भारत लौटकर कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई
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देशभर में हाई अलर्ट, सीमाओं पर सतर्कता बढ़ाई गई
पाकिस्तान का इनकार और सच्चाई
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस हमले से पल्ला झाड़ा है, जबकि TRF ने खुद इसकी जिम्मेदारी ली है। भारत सरकार का स्पष्ट मत है कि यह हमला पाकिस्तानी समर्थन से ही हुआ है — “चोर-चोर मौसेरे भाई” जैसी स्थिति।
🔍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भविष्य की योजना
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UN, अमेरिका समेत कई देशों ने इस हमले की निंदा की है
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भारत ने NIA और RAW को सख्त जांच के निर्देश दिए हैं
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देशभर में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता के साथ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं
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हमले की जिम्मेदारी:
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के उपग्रह संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है। TRF ने इस हमले को कश्मीर घाटी में कथित “जनसांख्यिकीय परिवर्तन” का विरोध करने के रूप में प्रस्तुत किया है, जो भारत सरकार द्वारा 2019 में विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद बाहरी लोगों के बसने से संबंधित है।
सरकारी प्रतिक्रिया:
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि दोषियों को सजा दिलवाने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।
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गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में हमले की स्थिति का जायजा लिया और सुरक्षा बलों को हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया।
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी विदेश यात्रा बीच में छोड़ दी और भारत लौट आईं।
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अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य वैश्विक नेताओं ने इस हमले की निंदा की है।
आत्मघाती हमले की प्रकृति:
हमले के दौरान आतंकवादियों ने पर्यटकों से नाम पूछे, फिर उन्हें कलमा पढ़ने को कहा और कुछ मामलों में कपड़े उतरवाए। जो लोग मुस्लिम नहीं थे, उन्हें निशाना बनाया गया। एक महिला से कहा गया कि वह इसलिए बची है ताकि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हमले की भयावहता बता सके। Wikipedia
🌍 अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं:
इस हमले ने कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने की भारत सरकार की कोशिशों को झटका दिया है। हमले के बाद श्रीनगर और अन्य क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की गई। कई व्यापारिक और धार्मिक संगठनों ने कश्मीर बंद का आह्वान किया। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस हमले की निंदा की है और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता व्यक्त की है।
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- आतंकवाद की जड़ें अब भी जीवित हैं
2019 के पुलवामा हमले के छह साल बाद 2025 में पहलगाम में हुआ यह हमला एक बार फिर यह साबित करता है कि आतंकवाद की जड़ें अब भी जीवित हैं और हमें सतर्कता, एकजुटता और कठोर नीति की आवश्यकता है।