
नरेंद्र मोदी ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पाकिस्तान पर कड़ा शिकंजा
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई प्रमुख कार्यवाहियां की हैं, जिनमें वीजा रद्द करना, दूतावास बंद करना, सिंधु जल समझौता रोकना
नई दिल्ली, 24 अप्रैल 2025 — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पाकिस्तान पर कड़ा शिकंजा कसा है। इस निर्णय के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नई जटिलता उत्पन्न हो सकती है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई प्रमुख कार्यवाहियां की हैं, जिनमें वीजा रद्द करना, दूतावास बंद करना, सिंधु जल समझौता रोकना, और अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट बंद करना शामिल है।
पाकिस्तान के खिलाफ भारत सरकार के प्रमुख फैसले:
पाकिस्तान का दूतावास बंद किया गया: भारत ने पाकिस्तान के दूतावास को बंद करने का आदेश दिया है। भारतीय अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान का दूतावास 48 घंटे के भीतर भारत से पूरी तरह से बंद हो जाएगा। इसके साथ ही पाकिस्तान के राजनयिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है।
पाकिस्तानियों का वीजा रद्द: भारत ने पाकिस्तान से आने वाले सभी प्रकार के वीजा को रद्द कर दिया है। अब पाकिस्तान के नागरिकों को भारत में यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।
सिंधु जल समझौता रोका: भारत ने पाकिस्तान के साथ जल आपूर्ति समझौते, सिंधु जल समझौता, को निलंबित कर दिया है। इससे पाकिस्तान को भारत के जल स्रोतों से पानी मिलने की संभावना समाप्त हो गई है, जिससे पाकिस्तान की जल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट बंद किया गया: पाकिस्तान से जुड़ी सीमा पर स्थित अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को भी बंद कर दिया गया है। इससे पाकिस्तान से व्यापार और अन्य गतिविधियों पर रोक लगेगी और सीमा पर यात्रा के लिए उपलब्ध सुविधाएं भी प्रभावित होंगी।
पहलगाम हमला और देशव्यापी आक्रोश:
भारत सरकार का यह कदम उस आतंकी हमले के बाद उठाया गया है, जिसमें 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने हमला किया था। इस हमले में 27 निर्दोष लोग मारे गए, जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। इस हमले के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया है और तमाम राजनीतिक पार्टियों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस हमले के लिए कोई माफी नहीं हो सकती और इस तरह के आतंकवादी कृत्यों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कदम उठाने की अपील की।
प्रधानमंत्री मोदी का कड़ा कदम:
सऊदी अरब से लौटने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सुरक्षा और विदेश मामलों के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद, विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऐलान किया कि भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह कदम पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों और उसके द्वारा किए गए हमलों का जवाब है। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस नीति” पर जोर दिया और कहा कि पाकिस्तान को इस हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा।
पाकिस्तान के लिए बढ़ती मुश्किलें:
भारत द्वारा उठाए गए इन कदमों के बाद पाकिस्तान के लिए नई मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। सिंधु जल समझौता के स्थगन के बाद पाकिस्तान को अपनी पानी की आपूर्ति में रुकावट का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा, अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट बंद करने से व्यापार और यात्री गतिविधियों में बाधा आएगी।
भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों को 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ने का आदेश दिया है, जो पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है। अब पाकिस्तान को यह सोचने की जरूरत है कि भारत के इस कड़े कदम के बाद वह क्या प्रतिक्रिया देगा।
आगे क्या होगा?
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ यह बड़ा कदम उठाया है और इसके बाद यह देखना होगा कि पाकिस्तान किस तरह से प्रतिक्रिया करता है। क्या वह अपनी आतंकवादी गतिविधियों को बंद करेगा या फिर भारत के इस कदम को और बढ़ाएगा, यह भविष्य के घटनाक्रमों पर निर्भर करेगा।
भारत की यह कार्रवाई स्पष्ट रूप से पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ एक सख्त संदेश देती है और भारत सरकार की इस नीति के तहत पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार के संबंध या सहमति का कोई मतलब नहीं है, जब तक पाकिस्तान अपनी नापाक गतिविधियों पर काबू नहीं पाता।
भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ यह कड़ा कदम उठाकर यह साबित किया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर पूरी तरह से खड़ा है। इस कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में और तनाव आने की संभावना है, और इस विषय पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें बनी रहेंगी।