
आज का पंचांग (24 अप्रैल 2025, गुरुवार)
विक्रम संवत: 2082 — संवत्सर: सिद्धार्थी
सूर्य उदय/अस्त: 5:50 AM / 6:48 PM
तिथि: वैशाख कृष्ण पक्ष एकादशी — दिन: गुरुवार
नक्षत्र: शतभिषा से पूर्व भाद्रपद में परिवर्तन
चंद्र राशि: कुम्भ
राशि स्वामी: शनि
योग: ब्रह्म योग (3:56 PM तक), फिर ऐन्द्र योग
🌟 आज के मुख्य पर्व और महत्व
🔹 वरुथिनी एकादशी:
भगवान विष्णु के वामन अवतार की उपासना का दिन।
स्तुति:
“वामनस्य चरणौ स्तुत्वा सर्वसिद्धिर्भविष्यति। सर्वत्र सुखं देहि वामन देव पाहि माम्॥”
भावार्थ: वामन भगवान के चरणों की स्तुति से समस्त सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं। वे सभी स्थानों पर सुख प्रदान करें और हमारी रक्षा करें।
🔹 श्री वल्लभाचार्य जयंती:
शुद्ध अद्वैत वेदांत और पुष्टिमार्ग के प्रवर्तक वल्लभाचार्य महाप्रभु का जन्मदिवस।
आप ब्रजभाषा में भक्ति का अद्भुत संगम थे और भगवान श्रीकृष्ण के अत्यंत प्रिय उपासक माने जाते हैं।
🧭 शुभ और अशुभ समय
✅ शुभ दिशा: पूर्व, उत्तर, उत्तर-पूर्व
❌ दिशा शूल: दक्षिण (बचना चाहिए)
🕑 राहुकाल: दोपहर 2:00 से 3:30 (नए कार्य वर्जित)
♻️ पंचक: जारी (कुछ कार्य वर्जित माने जाते हैं)
🌌 ग्रह स्थिति संक्षेप में
-
सूर्य: मेष (अश्विनी नक्षत्र)
-
मंगल: कर्क (पुष्य नक्षत्र)
-
बुद्ध/शुक्र/शनि/राहु: मीन राशि में
-
गुरु: वृष राशि
-
केतु: कन्या राशि
🧘♀️ आज क्या करें?
🔸 वामन देव का व्रत, पूजन और मंत्र जप करें।
🔸 वल्लभाचार्यजी की भक्ति रचनाओं का पाठ करें जैसे “मधुराष्टकम्”।
🔸 एकादशी व्रतधारी आज अन्न त्याग कर फलाहार लें।
🔸 राहुकाल और दिशा शूल का ध्यान रखें।