
जिन्होंने पर्दे के पीछे बैठकर भारत की धरती पर ऐसी नापाक हरकतों की साजिशें रची हैं जल्दी ही कड़ी सजा दी जाएगी।
नई दिल्ली, 25 अप्रैल 2025:
भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाते हुए उनका वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस निर्णय के बाद, विभिन्न राज्य सरकारों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द करने का निर्णय लिया है और हमने उनकी सूची प्राप्त कर ली है। महाराष्ट्र में इन नागरिकों की पहचान की जा रही है। पुलिस स्टेशनों को इस बारे में सूचना दी गई है। कोई भी पाकिस्तानी नागरिक अगर 48 घंटे से ज्यादा महाराष्ट्र में रहता है तो उसकी पहचान की जाएगी, और जो अधिक समय तक रहेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हम इस प्रक्रिया को पूरी तरह से निगरानी में रखेंगे।
इसके अलावा, देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा, “हमारी आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति है। भारत का एक-एक नागरिक इस कायरतापूर्ण हरकत के खिलाफ एकजुट है। हम केवल उन लोगों तक नहीं पहुँचेंगे जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, बल्कि हम उन तक भी पहुँचेंगे जिन्होंने पर्दे के पीछे बैठकर भारत की धरती पर ऐसी नापाक हरकतों की साजिशें रची हैं। भारत एक महान सभ्यता और शक्तिशाली देश है, जिसे किसी भी आतंकवादी गतिविधि से डराया नहीं जा सकता। ऐसे हमले करने वालों को जल्दी ही कड़ी सजा दी जाएगी।”
इस बीच, खान सर का बयान भी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने आतंकवाद के धर्म से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया दी और कहा, “कुछ लोग कह रहे हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। लेकिन, आतंकवादियों ने जब लोगों से ‘कलमा’ पढ़ने को कहा था, तो यह सवाल उठता है कि कलमा किस धर्म के लोग पढ़ते हैं? इतने स्पष्ट संकेतों के बाद भी कुछ लोगों की आँखें नहीं खुल रही हैं!”
खान सर के इस बयान ने उन लोगों को कड़ी चुनौती दी है जो आतंकवाद को एक धर्मनिरपेक्ष मुद्दा मानते हैं। उनके बयान ने यह साफ कर दिया कि आतंकवाद का सीधा संबंध कट्टरपंथी विचारधाराओं से है, जो हिंसा और नफरत फैलाती हैं।
यह बयान उस समय आया है जब देशभर में आतंकवाद के खिलाफ गुस्सा और आक्रोश बढ़ रहा है। लोग चाहते हैं कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाए और दोषियों को कठोर सजा दी जाए।
कुल मिलाकर, पाकिस्तान से नागरिकों को बाहर करने की प्रक्रिया और आतंकवाद के खिलाफ भारत सरकार का सख्त रुख देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है, और यह साबित कर रहा है कि भारत किसी भी आतंकवादी गतिविधि के सामने घुटने नहीं टेकेगा।