
पहलगाम हमले का जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प अटल है – मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता
नई दिल्ली, 28 अप्रैल 2025:
दिल्ली के पश्चिम विहार में आयोजित बागेश्वर धाम सरकार की श्री हनुमंत कथा में जैन आचार्य लोकेश, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता और सांसद श्री मनोज तिवारी ने अपने विचार व्यक्त किए। इस आयोजन में बागेश्वर धाम सरकार के पूज्य आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भी प्रमुख भूमिका निभाई, जबकि मंच पर जैन आचार्य लोकेश जी का स्वागत किया गया। दोनों महान संतों का मिलन और उनके विचारों का आदान-प्रदान उपस्थित जनसमूह के लिए भावनात्मक और प्रेरणादायक था।
जैन आचार्य लोकेश का संदेश
भारत की एकता और अखंडता बनाए रखना हर भारतीय का कर्तव्य है।
जैन आचार्य लोकेश जी ने इस अवसर पर पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और इसे भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ एक घातक प्रयास बताया। उन्होंने उपस्थित विशाल जनसभा को जाति, क्षेत्र, भाषा और पंथ के नाम पर विभाजन से बचने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा, “भारत की एकता और अखंडता बनाए रखना हर भारतीय का कर्तव्य है। हमें एकजुट होकर भारत के दुश्मनों का सामना करना होगा।” उनका यह संदेश न केवल सामूहिक एकता का आह्वान था, बल्कि आतंकवाद और सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ स्पष्ट रूप से खड़ा होने की प्रेरणा भी देता है।
आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री का कड़ा संदेश
बागेश्वर धाम सरकार के पूज्य आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि सरकार को तुरंत और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने हिंदू समाज से एकजुट होने की अपील की और भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की। आचार्य जी ने कहा कि यह समय है जब धर्मसत्ता और राजसत्ता का मिलकर काम करना चाहिए ताकि देश को सुरक्षित और मजबूत बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का उद्बोधन
दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा, “पहलगाम की पवित्र धरती पर आतंक के दाग ने हर भारतीय के दिल को छलनी कर दिया है। यह हमला नहीं, भारत की आत्मा पर प्रहार है।” उन्होंने कहा कि इस हमले का कड़ा जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प अटल है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार इस हमले के जवाब में सख्त कदम उठाएगी और आतंकवाद के खिलाफ हरसंभव कार्रवाई करेगी।
सांसद मनोज तिवारी का योगदान
सांसद श्री मनोज तिवारी ने सभा में अपनी बात रखते हुए कहा, “हमारे देश में सभी धर्मों के लोग आपस में सद्भाव और भाईचारे के साथ रहते हैं, और यह मंच इसका प्रतीक है।” उन्होंने कहा कि सभी धर्म मानवता की बात करते हैं और हिंसा से केवल अराजकता फैलती है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मंचों के आयोजन से भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को बल मिलेगा।
भारत के पहले “विश्व शांति केंद्र” गुरुग्राम में पूज्य आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री का आगमन होगा।
अहिंसा विश्व भारती के प्रवक्ता ने बताया कि अगले माह भारत के पहले “विश्व शांति केंद्र” गुरुग्राम में पूज्य आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री का आगमन होगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शांति, एकता और मानवता के मूल्यों को बढ़ावा देना है और यह देशभर में एकजुटता का संदेश देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस आयोजन में संतों और नेताओं के विचारों ने सभी उपस्थित लोगों को एकजुटता, अहिंसा और धार्मिक सौहार्द्र के महत्व की याद दिलाई। यह कथा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय समाज की एकता और अखंडता को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।