
उज्जैन, मध्य प्रदेश – 28 अप्रैल 2025,
उज्जैन, जो महाकाल की पावन भूमि के नाम से प्रसिद्ध है, इन दिनों तेज आंधी और गर्मी से जूझ रहा है। इस क्षेत्र में तापमान रिकॉर्ड तोड़ने की स्थिति में है, लेकिन इसके बावजूद भी महाकाल के भक्तों की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। सुबह और शाम की महाकाल आरती में भक्त नंगे पैर शामिल हो रहे हैं, और अपने परिवारों के साथ महाकाल के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े रहते हैं।
गर्मी के बावजूद, उज्जैन के बाजारों में सुबह और शाम में भारी भीड़ देखी जा रही है। भक्तों और पर्यटकों का आना लगातार जारी है, और यह दृश्य खासकर महाकाल मंदिर के पास के क्षेत्रों में साफ देखा जा सकता है।
उज्जैन – एक प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन
उज्जैन मध्य प्रदेश का प्रमुख पर्यटन स्थल बनता जा रहा है, खासकर बच्चों की छुट्टियों के दौरान। यहां भैरव बाबा के साथ भगवान भोलेनाथ के मंदिरों में भक्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि, गर्मी के मौसम में पहले जितनी भारी भीड़ हुआ करती थी, अब उस तरह की भीड़ कम दिखाई दे रही है, बावजूद इसके उज्जैन में श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी है।
समाजसेवियों के प्रयास
उज्जैन की बढ़ती गर्मी को देखते हुए समाजसेवियों ने श्रद्धालुओं के लिए कई उपाय किए हैं। जगह-जगह पानी, लस्सी और बैठने की व्यवस्था की गई है ताकि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। गर्मी से राहत देने के लिए ये व्यवस्थाएं बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो रही हैं। प्रशासन की ओर से भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है, और किसी भी श्रद्धालु को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
बाजारों में भीड़ और व्यापार में बढ़ोतरी
गर्मी और धूप के बावजूद, उज्जैन के बाजारों में सुबह और शाम के समय में भारी भीड़ देखी जा रही है। श्रद्धालु न केवल महाकाल के दर्शन के लिए आते हैं, बल्कि यहां की दुकानों से भी विभिन्न धार्मिक सामान खरीदते हैं। इसके कारण बाजारों में अच्छा खासा व्यापार चल रहा है। दुकानदारों को टूरिस्टों और भक्तों की ओर से अच्छे लाभ की उम्मीद है और वे खुश हैं कि उनका कारोबार महाकाल के भक्तों की वजह से सही चल रहा है।
गर्मी और तेज हवाओं के बावजूद, महाकाल के भक्तों की श्रद्धा और उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। उज्जैन की धार्मिक महत्ता और यहां के मंदिरों में श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है, जो इस शहर के व्यापार को भी समृद्ध बना रहा है। समाजसेवी, प्रशासन और दुकानदार मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
जय महाकाल!