
प्रदेशभर में हैं कुल 87 नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिकाएं
1 जनवरी से 10 मार्च तक सरकार ने कराया था सर्वे
मानेसर (गुरुग्राम)। प्रदेश के औद्योगिक नगर मानेसर ने स्वच्छता के मामले में प्रदेशभर के 87 नगर निकायों को पछाड़ते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश में सफाई व्यवस्था की जांच के लिए दिनांक 1 जनवरी 2025 से 10 मार्च 2025 तक स्वच्छ सिटी पोर्टल के माध्यम से शिकायतें सुनी गईं और उनका निवारण किया गया। इस अवधि में सभी 87 नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं की कार्यप्रणाली को परखा गया। प्रदेशभर से कुल 5883 शिकायतें प्राप्त हुईं और उनके निवारण के त्वरित आदेश मुख्यालय व पालिका स्तर पर जारी किए गए। नगर निगम मानेसर ने प्रथम स्थान प्राप्त कर बाजी मारी। गौरतलब है कि प्रदेश में कुल 11 नगर निगम हैं। यमुनानगर नगर निगम दूसरे व नगर निगम अंबाला तीसरे स्थान पर रहा। स्वच्छ सिटी पोर्टल का परिणाम घोषित होते ही नगर निगम मानेसर में खुशी का माहौल है। शहरी स्थानीय निकाय ने सेवा गुणवत्ता को लेकर रिपोर्ट तैयार की है। स्वच्छ सिटी पोर्टल शहरी स्थानीय निकाय द्वारा संचालित केंद्रीकृत शिकायत प्रणाली है। रिपोर्ट सरकार द्वारा तैयार की जाती है। यह सेवाओं की गुणवत्ता और निगरानी प्रणाली की प्ररदर्शिता को दर्शाती है।
सफाई के मामले में नगर निगम मानेसर द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त करने के बाद सफाई का कार्य कर रही आकांक्षा एंटरप्राइजेज के खिलाफ जुर्माना लगाए जाने की कार्रवाई पर तत्कालीन कमिश्रर रेनू सागोन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। उन्होंने यह कहते हुए जुर्माना लगाया था कि सफाई व्यवस्था बदहाल है। अब नगर निगम मानेसर द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उनकी कार्रवाई को निजी कंपनी ने रंजिश करार दिया है। हालांकि इसी मामले में भ्रष्टाचार की शिकायत पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नगर निगम आयुक्त व उनके एडीसी पति का तत्काल तबादला आदेश जारी कर दिया था। अब स्वच्छ सिटी सर्वे रिपोर्ट ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गौरतलब है कि नगर निगम मानेसर ने निजी एजेंसी पर जिस अवधि का करोड़ों रुपए जुर्माना लगाया है उसी अवधि में नगर निगम ने स्वच्छता के मामले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
हमारे कार्य की बदौलत नगर निगम ने पाया पहला स्थान : गुप्ता
आकांक्षा एंटरप्राइजेज एजेंसी के प्रबंधक विकास गुप्ता ने कहा है कि उनके कार्य की बदौलत ही नगर निगम मानेसर ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, बावजूद इसके उनके खिलाफ रंजिशन कार्रवाई की गई। यदि हमारे कार्य की गुणवत्ता अच्छी नहीं थी तो नगर निगम मानेसर को पूरे प्रदेश में फिसड्डी आना चाहिए था, जबकि नगर निगम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने स्वच्छ सिटी के रिजल्ट को सच्चाई की जीत कहा है। उन्होंने कहा कि कार्य आवंटन अनुसार उनकी एजेंसी के कर्मचारियों की संख्या 1900 से ज्यादा बनती है, जबकि नगर निगम के एक अधिकारी ने झूठा आंकड़ा जारी कर गुमराह करने का प्रयास किया है। एजेंसी से डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन, गार्बेज प्रोसेसिंग व जीवीपी प्वाईंटस उठान का अतिरिक्त कार्य भी कराया जा रहा है। इस संदर्भ में नगर निगम के लिखित आदेश भी एजेंसी के पास हैं।
नगर निगमों की स्थिति
नगर निगम शिकायत स्थान
मानेरसर 0 पहला
यमुनानगर 108 दूसरा
अंबाला 158 तीसरा
हिसार 190 चौथा
करनाल 229 पांचवां
सोनीपत 233 छठा
पंचकुला 272 सातवां
फरीदाबाद 437 आठवां
पानीपत 745 नौवां
गुरुग्राम 1039 दसवां
रोहतक 1091 ग्यारहवां
शहरी स्थानीय निकाय ने सेवा गुणवत्ता को लेकर रिपोर्ट तैयार की है। स्वच्छ सिटी पोर्टल शहरी स्थानीय निकाय द्वारा संचालित केंद्रीकृत शिकायत प्रणाली है। रिपोर्ट सरकार द्वारा तैयार की जाती है। यह सेवाओं की गुणवत्ता और निगरानी प्रणाली की प्ररदर्शिता को दर्शाती है।
अन्य नगर निकायों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करेगा मानेसर
मानेसर नगर निगम द्वारा हरियाणा में स्चछता रेंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त करना अत्यंत गर्व का विषय है। यह उपलब्धि नगर निगम के नेतृत्व एवं आकांक्षा एंटरप्राइजिज जैसी सेवा एजेंसियों और नागरिकों के सामूहिक प्रयास का प्रतीक है। इस महत्वपूर्ण सफलता पर मानेसर नगर निगम की टीम को हार्दिक बधाई देता हूं। यह उपलब्धि स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को साकार करने की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम है। आशा है कि मानेसर इसी प्रकार स्वच्छता के उच्च मानकों को बनाए रखेगा और अन्य नगर निकायों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
– सुभाष चंद्रा, वाइस चेयरमैन, स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा