
गोवा, 5 मई 2025 , गोवा के शिरगांव में ‘श्री लैराई जात्रा’ के दौरान एक भयावह हादसा घटित हुआ, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब देशभर से हजारों श्रद्धालु इस प्रसिद्ध जात्रा में भाग लेने के लिए वहां एकत्रित हुए थे। घटना के बाद प्रशासन और अस्पताल अधिकारियों से लगातार जानकारी ली जा रही है, और घायलों को उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है।
घटना का कारण और प्रशासन की नाकामी:
शुरुआत में जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार यह घटना गोवा सरकार की नाकामी का परिणाम मानी जा रही है। कई लोगों का कहना है कि BJP सरकार और स्थानीय प्रशासन की गैर-जिम्मेदाराना रवैये की वजह से इस तरह की दुखद घटना घटी। जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वहां जुटी थी, तो प्रशासन ने कोई प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था नहीं की थी।
सुरक्षा और निगरानी की कमी:
घटनास्थल पर गए पत्रकारों ने जब मंदिर के अधिकारियों से बात की, तो यह खुलासा हुआ कि मंदिर परिसर में सर्विलांस सिस्टम या सुरक्षा निगरानी के लिए कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं थी। वहाँ सिर्फ CCTV कैमरों का सहारा लिया गया था। मंदिर के आसपास के डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र, जहां हजारों श्रद्धालु खड़े थे, वहां किसी भी प्रकार की निगरानी या नियंत्रण व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं किया गया था। यह क्षेत्र भीड़ से भर चुका था, लेकिन प्रशासन ने किसी प्रकार की सुरक्षा उपायों की योजना नहीं बनाई थी, जिससे इस तरह की दुर्घटना का खतरा बढ़ गया।
घटनास्थल पर स्थिति:
हादसे के समय भारी भीड़ के बीच लोग आपस में भिड़ गए, जिससे यह दुखद घटना हुई। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरने और कुचले जाने की वजह से कई श्रद्धालु घायल हो गए, जिनमें से कुछ की मौके पर ही मौत हो गई। घायल श्रद्धालुओं को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
सरकार और प्रशासन की आलोचना:
यह हादसा उस समय हुआ है, जब ‘श्री लैराई जात्रा’ देशभर में एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक घटना मानी जाती है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इसके बावजूद, प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से नजरअंदाज किया। स्थानीय नेताओं और नागरिकों ने BJP सरकार और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यह घटना सरकार की नाकामी का स्पष्ट उदाहरण है, क्योंकि इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए पहले से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाना चाहिए था।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
घटना के बाद प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए कदम उठाए हैं, और घायलों को आवश्यक चिकित्सा सहायता दी जा रही है। हालांकि, सरकार की तरफ से इस घटना पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह देखना होगा कि इस घटना के बाद गोवा सरकार द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है और क्या सुरक्षा व्यवस्था के संदर्भ में सुधार किया जाएगा।
मृतकों के परिवारों के लिए सहायता:
घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की जा रही है। इसके साथ ही, घायल श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा समर्थन और उपचार दिया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन और राहत कार्य जारी हैं, जबकि इस घटना की विस्तृत जांच भी शुरू कर दी गई है।