
नई दिल्ली 6 मई। भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा आयोजित किए जा रहे नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल के बारे में है। यह ड्रिल पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की स्थिति में नागरिकों की तैयारियों को परखने के लिए आयोजित की जा रही है।
🛡️ मॉक ड्रिल योजना का उद्देश्य
इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों, प्रशासनिक अधिकारियों, और आपातकालीन सेवाओं को युद्ध जैसी परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए तैयार करना है। इसमें शामिल अभ्यासों में ब्लैकआउट सायरन, नागरिकों का इवैक्यूएशन, छिपने की तकनीकें, और आपातकालीन सेवाओं का समन्वय शामिल हैं।
📅 ड्रिल की तिथियाँ और स्थान
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तिथि: 7 मई 2025
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स्थान: भारत के 244 जिलों में आयोजित की जाएगी।
🧑🤝🧑 नागरिकों की भूमिका
इस ड्रिल में नागरिकों को भी सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा। उन्हें आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया देने, सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने, और आपातकालीन सेवाओं के साथ समन्वय करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
📢 सायरन और चेतावनियाँ
ड्रिल के दौरान, हवाई हमले के सायरन बजाए जाएंगे, जिससे नागरिकों को आपातकालीन स्थिति का आभास होगा और वे तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार होंगे।
🛡️ सुरक्षा और समन्वय
इस ड्रिल में विभिन्न सरकारी एजेंसियाँ जैसे पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस, और अस्पताल शामिल होंगे। सभी विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा ताकि आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया संभव हो सके।