
एक युवक को समय रहते बचाया गया
कांग्रेस नेत्री नेहा खान के पिता भी मृतकों में शामिल
मांडीखेड़ा (नगीना), 9 मई 2025 ,
हरियाणा के नगीना खंड के मांडीखेड़ा गांव में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें ट्यूबवेल के कुएं में जहरीली गैस के कारण तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक युवक को समय रहते बचा लिया गया। मृतकों में कांग्रेस नेत्री नेहा खान के पिता रशीद भी शामिल हैं, जिससे गांव में शोक की लहर फैल गई है।
हादसा कैसे हुआ? 
जानकारी के मुताबिक, गांव निवासी रशीद (उम्र 50) का एक ट्यूबवेल था, जहां उसने एक छोटा कमरा भी बनवाया हुआ था। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे जब रशीद अपने ट्यूबवेल पर गया, तो उसका पैर फिसल गया और वह कुएं में गिर गया। कुएं के अंदर जहरीली गैस मौजूद थी, जिससे वह तुरंत बेहोश हो गया।
पास में खड़े समीर (24 वर्ष) और मोनिश (19 वर्ष) ने रशीद को बचाने के लिए बिना सुरक्षा उपकरणों के कुएं में उतरने की कोशिश की, लेकिन गैस की चपेट में आकर दोनों की भी मौत हो गई।
शौकीन को समय रहते बचाया गया
चौथा युवक शौकीन (18 वर्ष) भी उन्हें बचाने कुएं में उतरने लगा, लेकिन जैसे ही उसने नीचे जाना शुरू किया, दम घुटने लगा। ऊपर खड़े ग्रामीणों ने स्थिति को समझते हुए तुरंत उसे वापस खींच लिया, जिससे उसकी जान बच गई। उसे तुरंत अल आफिया सामान्य अस्पताल, मांडीखेड़ा ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई है।
दो घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। दो दमकल गाड़ियों और दो एंबुलेंस के साथ करीब दो घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। फायर ऑपरेटर सचिन और उनकी टीम ने ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद से जान जोखिम में डालकर तीनों शवों को कुएं से बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
गांव में पसरा मातम, भीड़ उमड़ी
जैसे ही गांव में हादसे की खबर फैली, घटनास्थल से लेकर अस्पताल तक सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र हो गए। हर कोई इस दर्दनाक घटना से स्तब्ध था। मांडीखेड़ा गांव में मातम पसरा हुआ है और लोगों ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया।
पुलिस ने शुरू की जांच, पोस्टमार्टम जारी
नगीना पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है और आगामी कानूनी कार्रवाई में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि यह हादसा जहरीली गैस और असावधानी का परिणाम है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे बिना सुरक्षा उपकरणों के ऐसे खतरनाक स्थानों में प्रवेश न करें।
एक बड़ी चेतावनी भी है
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा जागरूकता और उपकरणों की कितनी आवश्यकता है। बिना उचित सावधानी के जान बचाने की कोशिश में तीन जिंदगियां चली गईं। यह घटना एक बड़ी चेतावनी भी है, जो बताती है कि गैस से भरे बंद कुओं और टैंकों में प्रवेश करने से पहले पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए।