
ॐ श्री गणेशाय नमः
🌸 जय श्री कृष्ण 🌸
आपका स्वागत है! आज, 9 मई 2025, शुक्रवार का दिन है। आइए जानते हैं आज का पंचांग, ग्रहों की स्थिति और विशेष धार्मिक जानकारी:
📅 विक्रम संवत 2082 – वैशाख शुक्ल पक्ष द्वादशी
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संवत्सर नाम: सिद्धार्थी
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संवत्सर राजा: सूर्य
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संवत्सर मंत्री: सूर्य
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ऋतु: ग्रीष्म
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अयन: उत्तरायण
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सूर्योदय: प्रातः 5:38 बजे
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सूर्यास्त: सायं 6:58 बजे
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चंद्रमा: कन्या राशि में
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राशि स्वामी: बुध
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नक्षत्र: हस्त (रात्रि 12:09 बजे तक), तत्पश्चात चित्रा
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चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
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प्रातः 10:38 बजे से हस्त नक्षत्र चरण 3 में
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सायं 5:23 बजे से हस्त नक्षत्र चरण 4 में
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रात्रि 12:09 बजे से चित्रा नक्षत्र चरण 1 में
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🧘♂️ आज का विशेष पर्व
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प्रदोष व्रत: यह व्रत विशेष रूप से शिव पूजा के लिए महत्वपूर्ण है। प्रदोष व्रत का आयोजन त्रयोदशी तिथि को सूर्यास्त के समय किया जाता है।
🕉️ ग्रह स्थिति और शुभ-अशुभ समय
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योग: वज्र – यह योग ज्योतिष में अशुभ माना जाता है। इस दौरान नए कार्यों की शुरुआत से बचना चाहिए।
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राहुकाल: प्रातः 10:30 से दोपहर 12:00 बजे तक – इस समय में कोई शुभ या नया कार्य न करें।
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दिशाशूल: पश्चिम दिशा की ओर यात्रा करने से बचें; अति आवश्यक होने पर जौ खाकर प्रस्थान करें।
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शुभ दिशा: उत्तर, पूर्व, पूर्व-उत्तर दिशा की यात्रा शुभ मानी जाती है।
🌕 चंद्रमा की स्थिति
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चंद्रमा का चरण: हस्त नक्षत्र चरण 4 में
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चंद्रमा का नक्षत्र परिवर्तन: रात्रि 12:09 बजे से चित्रा नक्षत्र चरण 1 में प्रवेश करेगा।
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चंद्रमा का आयु: 12.15 दिन
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चंद्रमा का दृश्यता प्रतिशत: 92.45% (वर्धमान गिब्बस)
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चंद्रमा का उदय: प्रातः 4:14 बजे
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चंद्रमा का अस्त: प्रातः 3:30 बजे
🕉️ धार्मिक मंत्र और ध्यान
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मंत्र: “ॐ गं गणपतये नमः”
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आराधना: भगवान गणेश की पूजा करें, विशेष रूप से विघ्नों के नाश के लिए।
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उपाय: हल्दी का तिलक करें और पीले वस्त्र पहनें। बृहस्पति ग्रह की पूजा के लिए “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का जाप करें।
🧭 दैनिक लग्न सारणी (दिल्ली के लिए)
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प्रातः 5:56 बजे तक: मेष लग्न
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7:51 बजे तक: वृष लग्न
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10:05 बजे तक: मिथुन लग्न
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दोपहर 12:26 बजे तक: कर्क लग्न
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2:43 बजे तक: सिंह लग्न
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सायं 5:00 बजे तक: कन्या लग्न
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7:18 बजे तक: तुला लग्न
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रात्रि 9:37 बजे तक: वृश्चिक लग्न
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11:41 बजे तक: धनु लग्न
आज का दिन धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। प्रदोष व्रत का आयोजन करें, विशेष रूप से शिव पूजा के लिए। ग्रहों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए शुभ कार्यों की शुरुआत करें और राहुकाल के समय से बचें। चंद्रमा की स्थिति भी शुभ है, जो मानसिक शांति और समृद्धि का संकेत देती है।