
नई दिल्ली। पाकिस्तान की ओर से हाल ही में भारत पर बढ़ते हवाई हमलों के बीच भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा से लेकर दिल्ली तक विभिन्न क्षेत्रों में पाकिस्तानी ड्रोन और फाइटर जेट्स की घुसपैठ की कोशिशें की गईं, जिन्हें भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया।
भारत की अत्याधुनिक ‘आकाश एयर डिफेंस सिस्टम’ ने पाकिस्तान के ड्रोन और टारगेट्स को हवा में ही नष्ट कर दिया। साथ ही, S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम द्वारा पाकिस्तानी JF-17 फाइटर जेट को भी मार गिराने की पुष्टि की गई है। यह घटनाक्रम 10 मई के बाद से भारत-पाक तनाव के बढ़ते स्तर को दर्शाता है।
पाकिस्तान की ओर से श्रीनगर से लेकर नालिया तक कई इलाकों में मिसाइलें और ड्रोन भेजे गए थे, लेकिन भारतीय सेना की सतर्कता और तकनीकी मजबूती ने एक भी हमले को सफल नहीं होने दिया। खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी ड्रोन वैष्णो देवी मंदिर, स्कूलों और अस्पतालों जैसे संवेदनशील स्थलों को टारगेट करने की कोशिश में थे, लेकिन उन्हें वक़्त रहते ही मार गिराया गया।
क्या है भारत का ‘आकाश’ डिफेंस सिस्टम?
‘आकाश’ मिसाइल प्रणाली भारत की घरेलू तकनीकी क्षमता का एक बेहतरीन उदाहरण है, जिसे DRDO (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन) और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा विकसित किया गया है। यह एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली (SAM) है।
प्रमुख विशेषताएं:
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रेंज: 45 किमी से 70 किमी तक (आकाश-NG संस्करण)
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लक्ष्य: फाइटर जेट्स, ड्रोन, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलें
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मार्गदर्शन प्रणाली: रडार-आधारित कमांड गाइडेंस और एक्टिव रडार होमिंग (आकाश-NG)
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वॉरहेड: 60 किलोग्राम उच्च-विस्फोटक
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सटीकता: 90-100% इंटरसेप्शन रेट
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तैनाती: मोबाइल लॉन्चर (ट्रक, टैंक) पर आधारित, जिससे इसकी गतिशीलता बढ़ती है
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ECCM क्षमता: इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग से बचाव की पूर्ण तकनीक
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स्वदेशीकरण: 96% से अधिक स्वदेशी घटक, “मेक इन इंडिया” का गौरव
‘आकाश’ सिस्टम न केवल भारत की हवाई सुरक्षा को मजबूत करता है, बल्कि यह देश की रक्षा आत्मनिर्भरता का भी प्रतीक है।